फरीदाबाद : दो गांवों में 40 एकड़ जमीन चिह्नित, बनेंगे 340 एकड़ पर तालाब, पेयजल समस्या होगी दूर

Haryana News : दिल्ली एनसीआर में गर्मियों के सीजन में पानी की समस्या बहुत अधिक रहती है। फरीदाबाद में रहने वालों के लिए पानी को लेकर बड़ी अपडेट सामने आई है। फरीदाबाद के लोगों की पानी की किल्लत अब दूर होने वाली है। 

 

Faridabad News : फरीदाबाद के लोगों को हर वर्ष गर्मियों के समय पानी की किल्लत से जूझना पड़ता है। फरीदाबाद में पानी की समस्या बहुत अधिक रहती है। फरीदाबाद के एनआइटी और बड़खल विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा पानी की कील्ल्त होती है। आने वाले समय में शहर के लोगों को पानी की किल्लत की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।

ग्राउंडवाटर बढ़ाने के लिए बड़ी योजना

यमुना किनारे ग्राउंडवाटर बढ़ाने के लिए बड़ी योजना पर काम चालू है। फरीदाबाद मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी की तालाब बनाने का मास्टर प्लान अब पूरा होता हुआ नजर आ रहा है। तालाब बनाने के लिए 300 एकड़ जमीन चिह्नित कर ली गई है। यमुना किनारे लगते दो गांव की 40 एकड़ जमीन से चिह्नित करने का कार्य फाइनल कर दिया गया है। अब एफएमडीए की तरफ से जमीन खरीदने के प्लान पर काम चल रहा है। जमीन अधिग्रहण होने के बाद तालाब बनाने का कार्य शुरू हो जाएगा।

पानी की समस्या से छुटकारा

शहर में यमुना किनारे तालाब बनने के बाद रेनवाल पूरे साल रिचार्ज हो जाएंगे और शहर को पानी की समस्या से छुटकारा मिलेगा। फरीदाबाद मैट्रोपॉलिटन डिवेलपमेंट अथॉरिटी ने कई परियोजनाओं पर काम किया है, लेकिन इनमें कोई भी पूरी तरह से कामयाब नहीं हुआ है। यमुना के पानी से भूजल स्तर को बढ़ाना इनमें से एक परियोजना का लक्ष्य है। एफएमडीए को यमुना किनारे कुछ गांवों की पंचायती जमीन पर गड्ढा खोदकर रिजर्वर तालाब बनाने की आवश्यकता थी. इन खाली तालाबों को भरना था अगर बरसात के दिनों में यमुना में बाढ़ आ जाए। इससे आसपास का जलस्तर बढ़ेगा, जिससे रेनीवेल हर साल भरते रहेंगे। फिलहाल, यमुना किनारे दो दर्जन रेनीवेल काम कर रहे हैं, जो हर दिन शहर को 330 एमएलडी पानी देते हैं। शहर को हर दिन 450 एमएलडी पानी चाहिए।

340 एकड़ जमीन

इस समय एफएमडीए को 340 एकड़ जमीन मिल चुकी है। एफएमडीए तालाब बनाने के लिए रक्षा मंत्रालय से तिलपत शूटिंग रेंज में 300 एकड़ जमीन मिली है। यमुना के किनारे तिलपत शूटिंग रेंज है। इस जमीन पर बने तालाब में आसानी से पानी भर जाएगा जब यमुना में बाढ़ आएगी, जिससे आसपास के क्षेत्र में जलस्तर बढ़ जाएगा। फिलहाल फाइल रक्षा मंत्रालय को भेजी गई है, जहां से इसे जल्द ही मंजूरी दी जाएगी। इसके अलावा चांदपुर और इमाम्मुद्दीनपुर में चार दर्जन एकड़ जमीन चुनी गई है। इस जमीन को खरीदने के लिए पंचायत विभाग से बातचीत हो रही है। जमीन खरीदकर तालाब बनाने का काम जल्द ही शुरू होगा।