Expressway : देश के प्रत्येक हिस्से में 50 से 100 किलोमीटर के दायरे में होगा कोई न कोई एक्सप्रेसवे
Expressway : देश में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देने के लिए एक्सप्रेसवे और हाइवे प्रोजेक्ट्स पर तेजी से काम चल रहा है. सरकार का उद्देश्य है कि नागरिकों को बेहतर आवागमन की सुविधा देने के लिए बेहतर सड़कें तैयार की जाएं. इसी कड़ी में प्रधानमंत्री के सलाहकार तरुण कपूर ने कहा है कि देश के किसी भी हिस्से में 50 से 100 किलोमीटर के दायरे में कोई-न-कोई एक्सप्रेसवे होगा।
कपूर ने 20वें भारत-अमेरिका शिखर सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए यह बात कही. उन्होंने कहा, ‘हमारा इरादा लोगों को 50 से 100 किलोमीटर के दायरे में एक्सप्रेसवे तक पहुंच मुहैया कराने का है.’ हालांकि उन्होंने देश में एक्सप्रेसवे का इतना व्यापक नेटवर्क खड़ा करने की कोई समयसीमा नहीं दी।
उन्होंने देश भर में एक्सप्रेसवे संपर्क मुहैया कराने के बारे में कहा कि यह काम मुश्किल है लेकिन हम उस दिशा में आगे बढ़ते रहेंगे. कपूर ने कहा, ‘हम सामान की ढुलाई के लिए काफी हद तक सड़क परिवहन पर ही निर्भर रहे हैं. फिलहाल 25 प्रतिशत माल ढुलाई ही रेलवे के जरिये होती है. ऐसे में सरकार ने एक्सप्रेसवे जैसी बेहतर सड़कें बनाने की कोशिश की है जहां हादसे कम हों और रफ्तार बढ़े.’
फिलहाल रोड नेटवर्क 90,000 किमी. लंबा
उन्होंने कहा कि देश का सड़क नेटवर्क इस समय करीब 90,000 किलोमीटर लंबा है. उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क नेटवर्क बेहतर करने की जरूरत पर भी बल दिया. इसके साथ ही उन्होंने औद्योगिक उत्पादन केंद्रों को बंदरगाहों से सड़क के जरिये जोड़ने की भी वकालत की.
बता दें कि फिलहाल देश के कई हिस्सों में एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य जारी है।
इनमें दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे सरकार का सबसे महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट है, जो देश के दोनों महानगरों को आपस में जोड़ेगा. इसके पूर्ण रूप से खुल जाने के बाद दोनों शहरों के बीच ट्रैवल टाइम काफी कम हो जाएगा. इसके अलावा, दिल्ली-देहरादून और द्वारका एक्सप्रेसवे समेत अलग-अलग राज्यों में कई एक्सप्रेसवे पर काम जारी है और कुछ बनकर तैयार हो गए हैं.
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