उत्तर प्रदेश में बनेगा तरक्की वाला एक्सप्रेसवे, इन 22 जिलों और सैकड़ों गांवों की पलटेगा किस्मत, खुलेंगे नए रोजगार

गोरखपुर शामली एक्सप्रेसवे वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश में बनाया जा रहा है. जो पूर्वी उत्तर प्रदेश से शुरू होकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक 22 जिलों को आपस में जोड़ देगा.
 

UP Expressway: देशभर में अनेक एक्सप्रेसवे इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रोजेक्ट चल रहें हैं. जिनका काम पूरा हो जाने के बाद यह विकास की रफ्तार को मजबूत करेंगे और आम जनता, व्यापारी वर्ग, उद्योगपतियों और देश के हर नागरिकों को अनेक तरह की सुविधा देंगे. एक्सप्रेसवे के मामले में उत्तर प्रदेश देश में सबसे आगे निकल रहा है. वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश में एक ऐसा एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है. जो पूर्वी उत्तर प्रदेश से शुरू होकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक 22 जिलों को आपस में जोड़ देगा. साथ ही 22 जिलों की 37 तहसीलों और उनके सैकडों गांवों के लिए विकास के नए अवसर प्रदान करेगा.

उत्तर प्रदेश में गोरखपुर से शामली पहुंचने के लिए अभी के समय में 15 घंटे का समय लग जाता है. परंतु यह 700 किलोमीटर लंबा का एक्सप्रेसवे तैयार होने के बाद यह दूरी सिर्फ 8 घंटे में पूरी की जा सकेगी. यानी कि इस सफर में यात्रा करने के दौरान 7 घंटे बचेंगे. यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि इसके अलावा हरियाणा, पंजाब और दिल्ली जैसे तीन राज्यों को भी अनेक तरह की सुविधा देगा. कनेक्टिविटी आसान होगी ही साथ ही इन राज्यों के आपसी व्यापार भी मजबूत होंगे.

यूपी के विकास में लगाएगा चार चांद

गोरखपुर शामली एक्सप्रेसवे का निर्माण करवाने में 35000 करोड रुपए खर्च किए जाएंगे. जो केंद्र सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार की मदद लेकर निर्माण कार्य पूरा करवाया जाएगा. यह प्रोजेक्ट उत्तर प्रदेश के विकास में चार चांद लगा देगा. इतना ही नहीं यह एक्सप्रेसवे इस तरीके से तैयार किया जा रहा है जो आपातकालीन स्थिति में भी इस्तेमाल किया जा सकेगा. इस एक्सप्रेसवे पर हवाई पट्टी का निर्माण होगा जिससे आपात स्थिति में हवाई जहाज भी उतर सकेंगे.

गंगा एक्सप्रेसवे से होगा कनेक्ट

यह एक्सप्रेसवे गंगा एक्सप्रेसवे से कनेक्ट किया जाएगा. जिससे हरियाणा का अंबाला जिला भी इस एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा. गोरखपुर-शामली, एक्सप्रेसवे संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, बहराइच, लखनऊ, सीतापुर, शाहजहांपुर, हरदोई, बंदायू, रामपुर, मुरादाबाद, बरेली, संभल, बिजनौर, अमरोहा, मेरठ, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और शामली को जोड़ेगा. इस एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ हजारों की संख्या में पेड़ पौधे लगाए जाएंगे. जो वाहनों का प्रदूषण भी काम करेंगे.