उत्तर प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं का बिजली बिल का झंझट खत्म, घर बैठे मिली बड़ी सहूलियत
 

UP News : उत्तर प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं के लिए बड़ी राहत वाली खबर सामने आ रही है। उत्तर प्रदेश में अब बिजली उपभोक्ताओं को बिजली बिल भरने का झंझट खत्म होने वाला है। 

 

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं को सहूलियत प्रदान करने के लिए उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन प्रबंधन ने बड़ा कदम उठाया है। अब प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं को बिल जमा करने के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। बिजली उपभोक्ताओं को आने-जाने का खर्च और समय का बचत भी होगा। 

बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत

उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन प्रबंधन ने प्रदेश के उन बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत दी है जो  सीधे बैंक खाते से लेनदेन करते हैं। अब प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को नेट बैंकिंग की सुविधा दी गई है। अब प्रदेश के यह उपभोक्ता आरटीजीएस और एनईएफटी के जरिए अपना बिजली बिल का भुगतान बड़ी आसानी से घर बैठ कर सकेंगे। उत्तर प्रदेश के सभी अधिशासी अभियंता (वितरण) को पत्र भेजा गया है कि वे अधीनस्थ कार्मिकों के जरिए से उपभोक्ताओं को इस सुविधा की जानकारी दें। 

बैंक बिलिंग प्रणाली

यह पत्र पावर कारपोरेशन के अधीक्षण अभियंता (IT) ने भेजा है। जिसमें बताया गया है कि आईसीआईसीआई बैंक बिलिंग प्रणाली में आरटीजीएस/एनईएफटी सुविधा प्रदान करता है। बिल भुगतान करते समय आरटीजीएस-एनईएफटी के माध्यम से धनराशि बिलिंग प्रणाली में यूपीपीसीएल अकाउंट आईडी को वर्चुअल बैंक अकाउंट की तरह प्रयोग किया जाएगा। बिल का भुगतान करने पर धनराशि बिलिंग प्रणाली में अपडेट हो जाएगी। 

आनलाइन RTG/NFT के जरिए बिल का भुगतान

वर्चुअल बैंक एकाउंट नंबर पाने के लिए, उपभोक्ता को अपने 10 अंकों की विद्युत उपभोक्ता खाता संख्या से पहले मध्यांचल (अंग्रेजी अल्फाबेट) के लिए MAVVNL जोड़ना होगा। छह डिजिट के इस कोड से 10 अंकों का एक विद्युत उपभोक्ता खाता नंबर मिलेगा, जो 16 अंकों का वर्चुअल खाता नंबर होगा। तब आप आनलाइन RTG/NFT के माध्यम से आईसीआईसीआई बैंक के ICIC0000106 आईएफएससी कोड पर भुगतान कर सकेंगे। उपभोक्ता को रसीद उसके पंजीकृत ईमेल या मोबाइल नंबर पर मिलेगी। उपभोक्ता यूपीपीसीएल आनलाइन डाटकाम पर अपनी रसीद भी देख सकते हैं।

उपभोक्ता लाभान्वित

पावर कारपोरेशन के वरिष्ठ इंजीनियरों ने बताया कि आरटीजीएस/एनईएफटी सुविधा पहले से ही प्रदान की गई थी। इस सुविधा से बड़े उपभोक्ता लाभान्वित हो रहे थे। जानकारी की कमी के कारण आम ग्राहक इस माध्यम से अपने बिल नहीं भरते थे। बिल भुगतान करने के लिए अधिकांश लोग मोबाइल बैंकिंग ऐप जैसे पेटीएम, डेविड और क्रेडिट कार्ड का उपयोग करते हैं।