राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट की DPR होगा बदलाव, प्रदेश को मिलेगी कई नए फीडरों की सौगात

Rajasthan News : बांधों के भरने के बाद नदियों के अतिरिक्त पानी का उपयोग प्रदेश में ही करने के उद्देश्य से बनाई जा रही पार्वती कालीसिंध चंबल पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना पीकेसी-ईआरसीपी की डीपीआर में और बदलाव किए जा रहे हैं। डीपीआर तैयार होने के बाद इसमें बदलाव हो सकते हैं, और फाइनल अनुमोदन के लिए भेजी जाएगी।

 

Ercp Rajasthan Details : बांधों के भरने के बाद नदियों के अतिरिक्त पानी का उपयोग प्रदेश में ही करने के उद्देश्य से बनाई जा रही पार्वती कालीसिंध चंबल पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना पीकेसी-ईआरसीपी की डीपीआर में और बदलाव किए जा रहे हैं। राज्य सरकार दिल्ली में नई डीपीआर बना रही है। इसका उद्देश्य अधिक बांधों, तालाबों और मौसमी नदियों को अधिक हलों से जोड़ना है। राष्ट्रीय जल विकास प्राधिकरण इस योजना पर काम कर रहा है। मौजूदा परियोजना में 90 बांध और तालाब जोड़े जा रहे थे, लेकिन अब यह संख्या 162 तक जा सकती है। केंद्रीय जल आयोग को नई डीपीआर

पहले चरण के दो पैकेज में हो सकता है बदलाव

नौनेरा बांध से चंबल नदी तक 6.5 किलोमीटर फीडर, चंबल नदी पर पानी ले जाने के लिए 2.280 मीटर लंबे एक्वाडक्ट को पार करने के बाद मेज नदी तक करीब 13 किलोमीटर फीडर। तीसरे पैकेज में मेज और गलवा बैराज पर पंप हाउस बनाए जाएंगे और मेज नदी से गलवा बांध तक 28.5 किलोमीटर फीडर बनाया जाएगा।  गलवा से बीसलपुर तक 67 किमी फीडर तथा ईसरदा से 31 किमी फीडर बनाया जाएगा। इन कार्यों के लिए अभी टेंडर नहीं किए गए हैं। 

डीपीआर तैयार होने के बाद इसमें बदलाव हो सकते हैं। और फाइनल अनुमोदन के लिए भेजी जाएगी । संभव है कि परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित कर दिया जाए। तब अधिकांश अनुदान 85 प्रतिशत तक केंद्र सरकार देगी। वर्तमान डीपीआर के अनुसार प्रथम पैकेज के टेंडर हो चुके हैं तथा अवार्ड हो चुके हैं। 2266 करोड़ रुपए से दो बांधों तथा नौनेरा बांध पर पंपिंग स्टेशन स्थापित किए जाने हैं।

दिल्ली शू (एनडब्ल्यूडीए) में पीकेसी-ईआरसीपी की नई डीपीआर तैयार की जा रही है। योजना में सुधार के प्रयास किए जा रहे हैं। फिलहाल पैकेज के प्रथम चरण के टेंडर अवार्ड हो चुके हैं। नई डीपीआर के बाद शेष कार्यों के लिए टेंडर होंगे। नई डीपीआर में वह जानकारी, विवरण तथा वास्तविक स्थिति उपलब्ध कराई गई है, जो हमसे अपेक्षित है।