राजस्थान के इस जिले में चलेगा डायरिया रोको अभियान, घर-घर जाएंगी आशा कार्यकर्ता
 

Ramganjmandi News : राजस्थान के रामगंज मंडी नगर में स्वास्थ्य विभाग की ओर से बड़ा अभियान चलाया जाएगा। 1 जुलाई से लेकर 31 अगस्त तक पूरे प्रदेश में 2 महीने तक यह अभियान चलेगा. बच्चों के स्वास्थ्य का रखा जाएगा काश ध्यान.

 

Rajsthan News : स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले में डायरिया रोको अभियान चलाया जाएगा। पांच वर्ष तक की आयु के छोटे बच्चों में डायरिया  की रोकथाम व इससे होने वाली मौतों को रोकने के लिए सरकार के निर्देश पर 1 जुलाई से 31 अगस्त तक पूरे प्रदेश में दो माह का डायरिया रोको अभियान चलाया जाएगा।

इस संबंध में गुरुवार को राज्य स्तर पर आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंस में निदेशक आरसीएच एवं पीडी शिशु स्वास्थ्य ने संभाग, जिला व ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों, चिकित्सा अधिकारी प्रभारी व विभाग के कार्मिकों को निर्देश दिए।  अभियान डायरिया  की रोकथाम, सफाई और ओआरएस का रखें ध्यान नारे को लेकर 6 विभाग स्वास्थ्य विभाग ग्रामीण विकास विभाग पीएचईडी शहरी 5 सीएमएचओ डॉ. सोनी ने बताया कि 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों में मृत्यु का एक मुख्य कारण डायरिया  भी रहा है। इसलिए डायरिया  से होने वाली बाल मृत्यु को शून्य करने के लिए हर वर्ष यह अभियान चलाया जाता है। 

मानसूनी बरसात 

उन्होंने बताया कि मानसून के बरसात के मौसम में पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों में डायरिया  की समस्या अधिक देखने को मिलती है। ऐसे में भारत सरकार से प्राप्त निर्देशों के अनुसार इस बार अभियान 15 दिन के स्थान पर दो माह चलाया जा रहा है। स्कूल शिक्षा विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त प्रयासों से विकास और आवास का कार्य किया जाएगा। सीएमएचओ डॉ. जगदीश सोनी ने बताया कि अभियान के तहत दो माह की अवधि में चरणबद्ध तरीके से डायरिया  नियंत्रण गतिविधियां संचालित की जाएंगी, जिसमें ओआरएस और जिंक की को-पैकेजिंग पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। 

घर-घर जाकर चलेगा अभियान 

इस दौरान आशा सहयोगिनियां घर-घर जाकर 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों को ओआरएस के पैकेट व जिंक वितरित करेंगी। गोलियां निशुल्क वितरित की जाएंगी। ताकि डायरिया  की समस्या शुरू होते ही बच्चों को ये दवाइयां तुरंत दी जा सकें। कार्यक्रम के नोडल जिला अधिकारी व डिप्टी सीएमएचओ डॉ. गोविंद सिंघल ने बताया कि इस दौरान साफ-सफाई, स्वच्छता, स्तनपान, समय पर टीकाकरण व पोषण के बारे में भी जागरूक किया जाएगा। चिकित्सा संस्थानों, उप स्वास्थ्य केंद्रों व आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी ओआरएस जिंक कॉर्नर बनाएं।