daughter-in-law's share in property : दुल्हन का ससुराल वालों की प्रोपर्टी में कितना हक, जानिए कानूनी प्रावधान

देश में महिलाओं को विभिन्न स्तर पर सशक्त बनाने के लिए संविधान में उन्हें कई अधिकार दिए गए हैं। इसके अलावा समय के साथ होने वाले कई सामाजिक बदलावों को देखते हुए भी महिलाओं को नए अधिकार दिए जाते हैं, ताकि उनको समाज में किसी प्रकार के भेदभाव या अन्य दिक्कतों का सामना न करना पड़े। आइए जानते है इसके बारे में विस्तार से.

 

Saral Kisan :  गौरतलब बात है कि आज के इस आधुनिक युग में जब देश में कई महिलाएं अपने अधिकारों को लेकर मुखर हो रही हैं। वहीं दूसरी तरफ देश में आज भी कई महिलाएं ऐसी हैं, जिन्हें संविधान द्वारा मिले हुए अपने अधिकारों के बारे में बिल्कुल भी नहीं पता है। इसी सिलसिले में आज हम इस खबर के माध्यम से महिलाओं से जुड़े एक खास संपत्ति के अधिकार के बारे में बताने जा रहे हैं। अक्सर लोगों का सवाल रहता है कि क्या सास-ससुर की प्रॉपर्टी में बहू का भी हक होता है? आइए जानते हैं इसके बारे में - 

माता-पिता द्वारा स्व-अर्जित संपत्ति पर उनके बेटों का अधिकार होता है। वे माता-पिता द्वारा स्व-अर्जित संपत्ति पर अपने अधिकार का दावा कर सकते हैं। वहीं बहू सास-ससुर द्वारा अर्जित संपत्ति पर अपने अधिकार का दावा नहीं कर सकती है। उनका इसमें कोई हक नहीं होता है।

वहीं आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पति की पैतृक संपत्ति पर बहुओं का अधिकार दो तरह से हो सकता है। अगर पति संपत्ति का अधिकार बहू को ट्रांसफर करता है। इस स्थिति में बहू का अधिकार उस पर हो सकता है। 

इसके अलावा पति के निधन पर बहू का अधिकार संपत्ति पर हो सकता है। शादी होने के बाद बेटी दूसरे परिवार में बहू के रूप में जाती है। हालांकि, ससुराल की संपत्ति पर उसका हक नहीं होता है। वहीं पिता की संपत्ति पर उसका पूरा हक होता है।

आपको इस बारे में पता होना चाहिए कि एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी के बीच ट्रांसफर होने वाली संपत्ति पैतृक संपत्ति की श्रेणी में आती है। वहीं बंटवारा होने के बाद पैतृक संपत्ति स्व-अर्जित संपत्ति में बदल जाती है। 

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