MP में सिटी बस किराए में 20 से 30 फ़ीसदी तक होगी बढ़ोतरी, मिडी इलेक्ट्रिक बसों का होगा संचालन
MP News : शहर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट का संचालन कर रही अटल इंदौर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस (एआईसीटीएसएल) बोर्ड ने सिटी बसों के किराए में 20 से 30 फीसदी की बढ़ोतरी करने का फैसला किया है।
Indore City Bus : शहर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट का संचालन कर रही अटल इंदौर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस (एआईसीटीएसएल) बोर्ड ने सिटी बसों के किराए में 20 से 30 फीसदी की बढ़ोतरी करने का फैसला किया है। इसके अलावा अब माय बाइक चलाना भी महंगा हो जाएगा। विस्तार के लिए स्थायी पब्लिक ट्रांसपोर्ट विशेषज्ञ की नियुक्ति की जाएगी। शहर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 10 डबल डेकर बसें चलाई जाएंगी। स्कूल बसों को बीआरटीएस कॉरिडोर में प्रवेश देने के सुझाव पर भी सहमति बनी है। इसके लिए हाईकोर्ट से अनुमति ली जाएगी।
150 मिडी इलेक्ट्रिक बसों के संचालन से शहर का प्रदूषण कम होगा।
किराया बढ़ोतरी के बाद 2 किमी के लिए 10 रुपए लगेंगे। अभी 5 रुपए लगते हैं। अधिकतम 22 किमी की दूरी के लिए 35 रुपए खर्च करने होंगे, अभी 30 रुपए लिए जा रहे हैं। कंपनी ने जादुई तरीके से किराया दरें 5,10,15 रुपए रखी हैं, लेकिन किमी स्लैब में बदलाव कर किराया बढ़ा दिया है। इसके अलावा लास्ट माइल कनेक्टिविटी के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट को ई-बाइक और अन्य पब्लिक ट्रांसपोर्ट मोड से इंटीग्रेट किया जाएगा और ऐप बेस्ड टैक्सी सर्विस शुरू की जाएगी। शुक्रवार को महापौर पुष्यमित्र भार्गव की अध्यक्षता में बोर्ड मीटिंग हुई। इसमें बताया गया कि कंपनी करीब 42 करोड़ रुपए के घाटे में है। संचालन लागत बढ़ रही है। बस का किराया 2020 से नहीं बढ़ाया गया है।
ग्रीन मोबिलिटी पर फोकस रहेगा
कंपनी के प्रबंध निदेशक और नगर आयुक्त शिवम वर्मा ने बताया कि कंपनी में पूर्णकालिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट विशेषज्ञ की नियुक्ति से संचालन और सुविधाओं के विस्तार में मदद मिलेगी। भविष्य में ग्रीन मोबिलिटी पर फोकस रहेगा। प्रधानमंत्री ई-बस सेवा में 150 मिडी इलेक्ट्रिक बसें दी गई हैं। इनके संचालन से शहर में प्रदूषण कम होगा और सुविधाएं भी बेहतर होंगी। सिटी बसों के साथ ही अन्य पब्लिक ट्रांसपोर्ट ई-रिक्शा, वैन और मैजिक को भी इंटीग्रेट किया जा रहा है। साथ ही आंतरिक रूट भी तैयार किए जा रहे हैं। बैठक में एआईसीटीएसएल बोर्ड के उपाध्यक्ष, संभागायुक्त दीपक सिंह, निदेशक कलेक्टर आशीष सिंह, सीईओ मनोज पाठक सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
जानिए सिटी बस, आई-बस और ई-बस का किराया कैसे बढ़ाया जाएगा।
वर्तमान किराया
दूरी (किमी में) | वर्तमान किराया (₹) |
0 से 2 किमी | 05 |
2 से 4 किमी | 10 |
4.1 से 8 किमी | 15 |
8.1 से 14 किमी | 20 |
14.1 से 22 किमी | 25 |
22 किमी से अधिक | 30 |
प्रस्तावित नई दूरी स्लैब
दूरी (किमी में) | प्रस्तावित किराया (₹) |
0 से 1.5 किमी | 05 |
1.5 से 3 किमी | 10 |
3.1 से 4.5 किमी | 15 |
4.5 से 7.5 किमी | 20 |
7.5 से 12 किमी | 25 |
12 से 18 किमी | 30 |
18.1 से 28 किमी | 35 |
28 किमी से अधिक | 40 |
डबल डेकर से पर्यटकों को इंदौर के दर्शन कराए जाएंगे
इंदौर दर्शन और सार्वजनिक परिवहन दोनों के लिए डबल डेकर बसें चलाई जाएंगी। माय-बाइक स्टेशन से ई-बाइक या इलेक्ट्रिक वाहन भी चलाएंगे। इनका उपयोग लास्ट माइल कनेक्टिविटी यानी यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए किया जाता है। ग्रीन मोबिलिटी पीपीपी मॉडल पर होगी। पुरानी और कबाड़ बसों की ई-नीलामी की जाएगी। साथ ही इनका उपयोग स्मार्ट टॉयलेट, स्मार्ट स्कूल आदि मोबाइल सुविधा योजनाओं के लिए भी किया जाएगा। चंदन नगर और नायता मुंडला में ई-बसों के लिए ई-चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे।
इंदौर की ग्रीन सिटी रेटिंग का प्रस्ताव तैयार होगा
इंदौर को ग्रीन सिटी बनाने के लिए प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में एआईसीटीएसएल कार्यालय में चर्चा हुई। बताया जाता है कि सबसे स्वच्छ शहर होने, संधारणीय अपशिष्ट प्रबंधन, वृक्षारोपण, हरित आवरण, जल तटस्थता, वायु गुणवत्ता में सुधार, कार्बन क्रेडिट, अक्षय ऊर्जा, संधारणीय परिवहन को देखते हुए इंदौर ग्रीन सिटी का प्रबल दावेदार है। बैठक में ग्रीन सिटी के लिए डेटा संग्रहण और ग्रीन सिटी रेटिंग के मापदंडों पर चर्चा की गई। बैठक में नगर निगम आयुक्त शिवम वमार्मा, स्मार्ट सिटी के सीईओ दिव्यांक सिंह, सीआईआई के प्रतिनिधि मौजूद थे।