Noida की रेड लाइट पर नहीं दिखेंगे बच्चे भिखारी, प्रशासन का बड़ा कदम
 

दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के नोएडा में आपने शायद बच्चों और कुछ बुजुर्गों को लाल बत्ती पर भीख मांगते देखा होगा। अब नोएडा प्राधिकरण ने सड़कों पर और रेड लाइट पर भीख मांगने वाले बच्चों के लिए अद्भुत उपाय किया है।

 

Saral Kisan - दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के नोएडा में आपने शायद बच्चों और कुछ बुजुर्गों को लाल बत्ती पर भीख मांगते देखा होगा। अब नोएडा प्राधिकरण ने सड़कों पर और रेड लाइट पर भीख मांगने वाले बच्चों के लिए अद्भुत उपाय किया है। शासन इन बच्चों को अच्छी शिक्षा देकर रेड लाइट पर भीख मांगने की प्रवृत्ति को समाप्त करने की कोशिश कर रहा है।

रेड लाइट पर भीख मांगने, सामान बेचने और निर्माणस्थलों पर काम करने वाले बच्चों को लेकर प्राधिकरण एक योजना बना रहा है। इसके लिए शुक्रवार को नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने बच्चों के लिए काम करने वाले कई गैर सरकारी संगठनों के साथ एक बैठक की, जिसमें उन्होंने बच्चों के लिए भोजन और शिक्षा की बेहतरीन व्यवस्थाओं पर सुझाव मांगे।

प्राधिकरण के सीईओ ने कहा कि रेड लाइट पर भीख मांगने वाले बच्चों की संख्या का आकलन किया जाएगा। वहीं, निर्माण कार्यस्थलों पर काम करने वाले बच्चों का भी सर्वेक्षण किया जाए। बच्चों का डेटा जुटाकर शिक्षा और अन्य सुविधाओं के लिए संस्थाओं को चुना जाएगा। 

वहीं, प्राधिकरण के सीईओ ने पुलिस की मदद भी मांगी है। माना जाता है कि बच्चों को रेड लाइट पर माफियाओं द्वारा जबरदस्ती भीख महवाई  जाती है। ऐसे में प्राधिकरण पुलिस की मदद से ऐसे लोगों पर कार्रवाई करेगा ताकि भीख मांगने की प्रवृत्ति पर नियंत्रण लगाया जा सके। प्राधिकरण भी गरीब बच्चों के लिए अलग-अलग इलाकों में पायलट परियोजनाओं के माध्यम से स्पोर्ट्स एक्टिविटी, लाइब्रेरी और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने पर विचार कर रहा है।

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