बिहार में बदलेगी स्कूलों की तस्वीर, 1 से 8 तक के स्कूल होंगे गुलाबी रंग के होंगे

Bihar News : बिहार की राजधानी पटना के स्कूलों में एक कमरे में कई कक्षाओं के छात्रों की पढ़ाई पर रोक लगेगी। अब एक ही कक्षा के छात्र एक कमरे में पढ़ेंगे। इसके लिए प्रत्येक स्कूल में आवश्यकतानुसार एक कमरा बनाया जाएगा। स्कूलों के लिए भवन निर्माण, रंगाई-पुताई, बाउंड्रीवाल समेत अन्य कार्यों के लिए खर्च की सीमा तय कर दी गई है। 

 

Bihar School News : बिहार की राजधानी पटना के स्कूलों में एक कमरे में कई कक्षाओं के छात्रों की पढ़ाई पर रोक लगेगी। अब एक ही कक्षा के छात्र एक कमरे में पढ़ेंगे। इसके लिए प्रत्येक स्कूल में आवश्यकतानुसार एक कमरा बनाया जाएगा। इस संबंध में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने बिहार के सभी जिलों के डीईओ को पत्र लिखा है। इसमें हेडमास्टर के लिए कार्यालय बनाने का भी निर्देश दिया गया है।  

साथ ही डॉ. एस सिद्धार्थ ने भवनहीन स्कूलों के लिए भवन निर्माण और जर्जर भवनों का जीर्णोद्धार करने को कहा है। छात्रों की सुरक्षा के लिए स्कूलों के चारों ओर बाउंड्री बनाने और गेट लगाने का निर्देश दिया गया है।  उन्होंने बिहार के सभी डीईओ को सितंबर तक यह काम पूरा करने को कहा है। बिहार के अधिकांश स्कूलों में कई कक्षाओं के छात्र एक ही कमरे में पढ़ते हैं। इससे छात्रों को पढ़ाई करने में परेशानी होती है। 

हेडमास्टर 50 हजार रुपये तक खर्च करेंगे

स्कूलों के लिए भवन निर्माण, रंगाई-पुताई, बाउंड्रीवाल समेत अन्य कार्यों के लिए खर्च की सीमा तय कर दी गई है। हेडमास्टर 50 हजार रुपये तक ही खर्च कर सकेंगे। जबकि डीईओ की खर्च सीमा 50 लाख रुपये तय की गई है। डीईओ टेंडर के जरिए ही निर्माण कार्य करा सकेंगे। इसके साथ ही 50 लाख रुपये से अधिक के काम की जिम्मेदारी बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड की होगी। छोटे और बड़े बच्चों के लिए स्कूलों का रंग अलग-अलग होगा। कक्षा 1 से 8 तक के स्कूल का बाहरी हिस्सा गुलाबी रंग का होगा। इसकी सीमा मैरून रंग की होगी और कमरे के अंदर का रंग सफेद होगा। कक्षा 9वीं से 12वीं तक के स्कूल का बाहरी हिस्सा ग्रे रंग का होगा और इसकी सीमा नीली होगी। कमरे के अंदर का रंग सफेद होगा।