Bihar News:4 घंटे की दूरी होगी 90 मिनट में तय, बिहार के इस जिले में 4075 करोड़ रुपये की लागत से बिछेगी रेल लाइन

बिहटा-औरंगाबाद रेलमार्ग परियोजना के बारे में नवीनतम अपडेट आया है। भारतीय रेल ने अब नए रेलमार्ग के लिए सर्वेक्षण कार्य शुरू किया है। इसके अंतर्गत, नए रेलवे ट्रैक के लिए उपयुक्त मार्ग और उसकी व्यवस्थितता की जांच की जाएगी।
 

Railway News: भारतीय रेल अविरत विस्तार कर रही है। रेलवे उन क्षेत्रों तक अपनी पहुँच बढ़ाने के लक्ष्य में लगी है, जहाँ अब तक प्रयाणी रेल सेवा पहुँचनी नहीं है। भारतीय रेल ने विस्तार की प्रक्रिया में अब बिहटा से औरंगाबाद के बीच सीधी रेलमार्ग की योजना तैयार की है।

बिहटा-औरंगाबाद रेलमार्ग परियोजना के बारे में नवीनतम अपडेट आया है। भारतीय रेल ने अब नए रेलमार्ग के लिए सर्वेक्षण कार्य शुरू किया है। इसके अंतर्गत, नए रेलवे ट्रैक के लिए उपयुक्त मार्ग और उसकी व्यवस्थितता की जांच की जाएगी। साथ ही इस बारें में जांच की जाएगी कि प्रस्तावित रेलमार्ग पर कितने पुल-पुलिया की आवश्यकता होगी और कितने गाँवों, शहरों या कस्बों को पार करना होगा।

इसके आधार पर ही जमीन का अधिग्रहण प्रक्रिया आरंभ की जाएगी। बता दें कि वर्तमान में पटना से औरंगाबाद की प्रयाणी यात्रा 4 घंटे में पूरी होती है। नए रेलमार्ग के उद्घाटन से यह दूरी महज़ डेढ़ से 2 घंटे में कम की जा सकेगी।

वास्तव में, बिहटा-औरंगाबाद रेलमार्ग के निर्माण का काम फिर से प्रारंभ होने की आशा है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, रेलवे बोर्ड के आदेश के बाद नई रेल परियोजना के लिए सर्वेक्षण कार्य शुरू किया गया है।

इसके लिए 3 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है। बोर्ड द्वारा जारी आदेश में 120.77 किलोमीटर लंबे बिहटा-औरंगाबाद रेलमार्ग परियोजना के लिए पुनः से सर्वेक्षण कार्य आरंभ करने का आदेश दिया गया है। इसके आधार पर ही प्रोजेक्ट की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी। विस्तृत रिपोर्ट तैयार होने के बाद, भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया की शुरुआत की जाएगी।

4000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत

बिहटा-औरंगाबाद रेलमार्ग परियोजना 15 साल से भी अधिक पुरानी है। इसका शिलान्यास 16 अक्टूबर 2007 को किया गया था। इसके बाद यह परियोजना लगातार स्थगित रही है। वर्तमान में, केवल 10 किलोमीटर तक का सर्वेक्षण किया गया है।

बिहटा-औरंगाबाद रेलमार्ग परियोजना की कुल लागत की अनुमानित राशि 4075 करोड़ रुपये है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में राज्यसभा में इस बारे में जानकारी दी थी। बता दें कि नए रेलमार्ग पर 14 स्थानों पर स्टेशनों का प्रस्ताव है। रेलमार्ग का निर्माण होने के बाद स्थानीय लोगों को काफी आराम होने की उम्मीद है।

90 मिनटों में पटना से औरंगाबाद

पटना से औरंगाबाद की यात्रा करने वाले यात्रियों को वर्तमान में अधिक समय लगता है। पटना से औरंगाबाद की यात्रा के लिए वर्तमान में 4 घंटे की आवश्यकता होती है। रिपोर्ट के अनुसार, नई रेलमार्ग के निर्माण के बाद, दोनों शहरों के बीच की दूरी को मात्र डेढ़ से 2 घंटों में कम किया जा सकेगा।

यह कहा जाता है कि इस रेलमार्ग परियोजना के लिए 87 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। बता दें कि नई रेलमार्ग के सर्वेक्षण कार्य के दौरान मार्ग में थोड़े बदलाव किए गए हैं। अब नई रेलमार्ग बिहटा और कोइलवर के बीच से गुजरेगी।

ये पढ़ें : जहरीले कीटनाशक की जगह बम्पर उत्पादन के लिए प्रयोग करें यह कीट