बिहार के इन जिलों की खुली किस्मत, 137 किलोमीटर की नई रेलवे लाइन बिछाने को मिली मंजूरी
Bihar New Rail Line : बिहार में इस रेलवे लाइन के बन जाने के बाद जिले के लोगों की बल्ले-बल्ले होने वाली है। जिले के लोगों की आर्थिक उन्नति में यह रेलवे लाइन बड़ा अहम योगदान निभाने वाली है. रेलवे लाइन के बन जाने के बाद जिले के विकास में चार चांद लगने वाले हैं.
Laxmipur Nawada Jhajha Rail Line : बिहार का झाझा रेलवे स्टेशन नहीं बल्कि अब झाझा जंक्शन के नाम से जाना जाएगा. बहुत सालों से लंबित पड़ी झाझा से बटिया रेलवे परियोजना को लेकर प्रक्रिया शुरू होने वाली है. जानकारी मिली है कि लक्ष्मीपुर से लेकर नवादा तक 137 किलोमीटर लंबा रेलवे ट्रैक बिछाया जाएगा.
दो नई रेल परियोजनाओं की सौगात
रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जिले को दो नई रेल परियोजनाओं की सौगात दी है. रेलवे मंत्री ने दो रेलवे लाइन की योजनाओं की मंजूरी पर अंतिम मुहर लगा दी है। इन रेल परियोजनाओं के पूरा हो जाने के बाद जिले के लोगों का आर्थिक विकास होगा. जिले के विकास में चार चांद लग जाएंगे. केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री और जमुई के पूर्व सांसद चिराग पासवान ने सांसद अरुण भारती को बताया कि वे इन दोनों रेल परियोजनाओं को मंजूरी देने के लिए काफी समय से काम कर रहे थे।
अब पूरा जिला रेल से जुड़ जाएगा, न कि जिले का अधिकांश हिस्सा। ट्रेन के जरिए पूरे देश के हर क्षेत्र में जा सकते हैं। इसके अलावा, वे सही ढंग से अपने व्यापार और आर्थिक विकास को बढ़ा सकेंगे। उनका कहना था कि नवादा से लक्ष्मीपुर तक 137 किलोमीटर की एक रेलवे लाइन बनाई जाएगी। जिसमें 3120 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
कई इलाकों को होगा तगड़ा फायदा
रेलवे लाइन को बनाने के लिए 2002 में पूर्व केंद्रीय रेल राज्य मंत्री स्वर्गीय दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार से मांग रखी थी और 2008 में लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री के कार्यकाल में सर्वेक्षण शुरू हुआ था, लेकिन इस योजना को सही तरीके से मंजूरी नहीं मिलने के कारण काम अधर में लटक गया था। इस रेल लाइन के जरिए से जिले के लक्ष्मीपुर, बरहट,सिकंदरा और अलीगंज के लोग रेल कनेक्टिविटी से जुड़ जाएंगे।
जल्द ही होगा जमीन अधिग्रहण
आने वाले समय में इस क्षेत्र में रहने वाले लोग भी अपने घर के निकट रेलयात्रा का आनंद ले सकेंगे। रेलवे ने झाझा से बटिया को जोड़ने का सपना जल्द ही साकार हो जाएगा। केंद्र सरकार ने भी 20 किलोमीटर की इस रेल लाइन को बनाने की अनुमति दी है। इसके लिए जल्द ही 496 करोड़ का आवंटन होगा। रेल मंत्रालय पूरी परियोजना के लिए धन जुटाएगा। इसके अलावा, इस योजना की निगरानी और शीघ्र क्रियान्वयन के लिए दृढ़ कदम उठाए जाएंगे। दोनों रेलवे लाइनों के निर्माण के लिए जल्द ही जमीन अधिग्रहण और संबंधित विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त होंगे।