MP के भोपाल व इंदौर को वेटलैंड सिटी के रूप में किया जाएगा विकसित, पर्यावरण संरक्षण को मिलेगा बढ़ावा

Madhya Pradesh News :जल संसाधनों का संरक्षण राज्य सरकार की प्राथमिकता है। इंदौर में सिरपुर तालाब पहले से ही रामसर साइट घोषित है। अगर वेटलैंड सिटी के प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है तो इंदौर को भी वेटलैंड सिटी कहा जाएगा।

 

MP News : भोपाल और इंदौर देश के पहले दो शहर हैं, जिनके प्रस्ताव को राज्य सरकार ने वेटलैंड सिटी के रूप में वरीयता के लिए केंद्र को भेजने की मंजूरी दे दी है। यहां राज्य वेटलैंड प्राधिकरण की बैठक में इस संबंध में जानकारी दी गई। 

पर्यावरण एवं वन मंत्री रामनिवास रावत ने कहा कि राज्य सरकार तालाबों के समुचित संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है। जल संसाधनों का संरक्षण राज्य सरकार की प्राथमिकता है। इंदौर में सिरपुर तालाब पहले से ही रामसर साइट घोषित है। अगर वेटलैंड सिटी के प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है तो इंदौर को भी वेटलैंड सिटी कहा जाएगा। 

भोपाल में जहां झीलें प्राकृतिक रूप से बनी हैं, वहीं इंदौर में तालाब सालों पहले विकसित किए गए थे। सिरपुर में 175 प्रजातियों के पौधे और 130 प्रकार के पक्षी आते हैं। सिरपुर तालाब मानव निर्मित वेटलैंड है। इसे पिछले दो शताब्दियों में प्राकृतिक विशेषताओं के साथ विकसित किया गया है। पक्षी विहार (पक्षी अभयारण्य) के रूप में जाना जाने वाला सिरपुर एक उथला, क्षारीय, पोषक तत्वों से भरपूर तालाब है। 

यह लुप्तप्राय प्रजातियों सहित पौधों और जानवरों को संरक्षित करता है।  यहाँ 175 स्थलीय पौधे, 6 मैक्रोफाइट्स, 30 प्रकार की मछलियाँ और 8 सरीसृपों के जीवन के लिए उपयुक्त वातावरण है। सर्दियों के मौसम में यहाँ जलीय पक्षी आते हैं। यहाँ लगभग 130 पक्षी प्रजातियाँ देखी गई हैं। इनमें कॉमन पोचर्ड, मिस्री गिद्ध और भारतीय नदी टर्न (स्टर्ना ऑरिंटिया) शामिल हैं।