राजस्थान के 35 जिलों में खुलेंगे उजाला क्लिनिक, भजनलाल सरकार ने दी हरी झंडी

Rajsthan News : राजस्थान की भजन लाल सरकार प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए लगातार प्रयासरत है। राजस्थान की आम जनता के लिए भजन लाल सरकार ने बड़ी खुशखबरी दी है। राजस्थान प्रदेश में स्वास्थ्य के मामले में क्रांति आने वाली है। 

 

Bhajanlal government : राजस्थान में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए भजन लाल सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. राजस्थान की भजन लाल सरकार 35 जिलों में उजाला क्लिनिक खोलने को लेकर मंजूरी दे दी है। प्रदेश में लोकसभा चुनाव के अचार सेट काटते ही उनके कार्य प्रणाली की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

किशोरियों इतनी बड़ी सौगात

राजस्थान में किशोरियों की बेहतर स्वास्थ्य के लिए अब प्रदेश सरकार 35 जिलों में उजाला क्लिनिक खोलने को लेकर मंजूरी दी है। इसमें जिला अस्पताल, उप स्वास्थ्य केंद्र, सीएचसी व पीएचसी स्तर पर कार्य हो सकेगा। इन क्लिनिकों का उद्देश्य प्रदेश में किशोरियों को पोषण स्तर में सुधार, यौन और प्रजनन स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य, नशावृत्ति, गैर संक्रमण रोगों से बचाव, चोट और दुर्घटना से निपटने का ज्ञान देना है। 10 से 19 साल की उम्र के किशोरों को समुदाय आधारित बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेगी। CMCHO श्रीगंगानगर में जिला मुख्यालय, सूरतगढ़, करणपुर, पदमपुर, सादुलशहर और केसरीसिंहपुर में कार्यरत है।

इन जिलों में केन्द्र खुलेंगे 

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने बताया कि उजाला क्लिनिक ने राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम को राज्य के 35 जिलों में विस्तार किया है। हर जिले में छह अस्पताल होंगे। इनमें से एक जिला मुख्यालय और पांच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर खुला जाना चाहिए। निदेशालय ने सूची की मांग की है। अजमेर, अलवर, अनूपगढ़, ब्यावर, भरतपुर, भीलवाड़ा, बीकानेर, चित्तौड़गढ़, चूरू, दौसा, डीडवाना-कुचामन, डीग, दूदू, गंगापुर सिटी, जयपुर प्रथम, जयपुर द्वितीय, झालावाड़, झुंझुनूं, जोधपुर ग्रामीण, जोधपुर शहरी, केकड़ी, खैरथल तिजारा, कोटा, कोटपूतली-बहरोड़, नागौर, नीम का थाना, पाली, फलौदी, प्रतापगढ़, सवाईमाधोपुर, शाहपुरा सीकर और टोंक जिलों में केन्द्र खोले जाने हैं।

समय सीमा 

उजाला केंद्र का समय भी बताया गया है। जिला अस्पताल, उप-जिला अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रत्येक दिन सुबह 9 बजे से 4 बजे तक उजाला कार्यक्रम चलेगा। दो बजे से चार बजे तक उजाला केंद्र पर आने वाले किशोरियों को मेडिकल ऑफिसर परामर्श देंगे। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर सप्ताह में एक बार दो घंटे मेडिकल ऑफिसर, एएनएम या एलएचवी से परामर्श दिया जाएगा। काउंसलर हर महीने कम से कम एक बार पीएचसी उजाला क्लिनिक संचालित करेंगे।