Bihar के इस जिले के कई गावों में जमीन खरीद-बिक्री पर लगाई गई रोक, नही होगी रजिस्ट्री
Bihar News : बिहार के इस जिले में हवाई अड्डा बनाया जाएगा। हवाई अड्डा निर्माण के लिए चयनित की गई जमीन को लेकर जिला अधिकारी ने बड़ा आदेश जारी किया है। नया हवाई अड्डा बनने से रोजगार के साथ-साथ जमीनों की कीमतों में भी तगड़ी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
Bhagalpur News : बिहार के भागलपुर में बनने वाले नई हवाई अड्डे के लिए प्रस्ताव पारित कर दिया गया है। इस हवाई अड्डे का निर्माण गोराडीह में करवाया जाना है. यहां की कुछ एकड़ जमीन बिहार सरकार की है तो इसके अलावा कुछ एकड़ जमीन निजी है. यहां जमीन का अधिग्रहण होने के बाद हवाई अड्डा का निर्माण शुरू करवा दिया जाएगा. लेकिन मौजूदा समय यंहा पर जमीन की खरीद बेच हो रही है। अब जिला अधिकारी ने हवाई अड्डे निर्माण के लिए चयनित की गई जमीन पर खरीद बिक्री पर साफ तौर पर रोक लगा दी है।
मुआवजा देने में कठिनाई
इस नए बनने वाले हवाई अड्डे के लिए 500 एकड़ से ज्यादा जमीन का प्रस्ताव तैयार कर विमान निदेशालय को भेज दिया गया है. वास्तव में, गोराडीह के तहत हवाई अड्डा की जमीन बैंक और कटरिया नदी के लिए उपलब्ध खेसरा की जमीन की खरीद और बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया है। अब भूमि रजिस्ट्री पर भी रोक रहेगी। इसके लिए सूची भी जिला अवर निबंधन को दी गई है। डीएम नवल किशोर चौधरी ने पत्र में कहा कि हवाई अड्डा के लिए प्रस्तावित जमीन अब खरीद या बिक्री नहीं हो सकेगी। खरीद बिक्री करने पर रैयतों को मुआवजा देने में कठिनाई हो सकती है। नतीजतन, जिलाधिकारी ने इस जमीन की खरीद और बिक्री पर रोक लगा दी।
जमीन की खरीद या बिक्री नहीं होगी
आपको बता दें कि हवाई अड्डा के लिए गोराडीह क्षेत्र के मोहनपुर, चौमुख खरवा, चाकुलिया में रनवे के लिए पुन्नख और अगड्डा में विभिन्न खाता खेसरा अंकित कर सूची उपलब्ध कराई गई है. इस जमीन की खरीद या बिक्री नहीं होगी। गोराडीह सीओ की ओर से दी गई सूची में अंकित मौज में खाता खेसरा की भूमि को नियंत्रित करने पर रोक लगा दी गई है। रोक लगाने की घोषणा पहले भी की गई थी, लेकिन अब इस दिशा में कार्रवाई तेज की गई है।
पांच सौ एकड़ से अधिक जमीन का प्रस्ताव भेजा गया
वहीं, आपको बता दें कि विमान निदेशालय को पांच सौ एकड़ से अधिक जमीन का प्रस्ताव भेजा गया है। मुख्य सचिव के स्तर पर एक बैठक भी वहां हुई है। पुराने हवाई अड्डा से विमान उड़ाने की तैयारी भी की जा रही है, जब तक गोराडीह में चुनी गई जमीन पर नया हवाई अड्डा नहीं बनाया जाता। यह भी रिपोर्ट भेजी गई है। यदि इसके बावजूद कोई रैयत अपनी जमीन को बेच देता है या उसे जबरदस्ती खरीद लेता है, तो उस पर कार्रवाई हो सकती है या जमीन की रजिस्ट्री रद्द कर दी जाएगी।