Alcohol : शराब असली है या नकली, UP वाले इस तरह करें चेक, आबकारी विभाग ने बताया तरीका

नकली मिलावटी शराब (Liquor) से यूपी में कई घटनाएं हो चुकी है और अक्सर शराब पीकर लोगों की मौत की खबरें आम रही है लेकिन अगर लोग जागरूक होकर इसका प्रयोग करेंगे तो सरकार के राजस्व का नुकसान नहीं होगा साथ ही आप भी सेफ रहेंगे।
 

Saral Kisan : शराब (Liquor) असली है या नकली? इसका पता अब आसानी से चल जाएगा। इसके लिए बस आपको गूगल के प्ले स्टोर से एक ऐप डाउनलोड करना होगा। ऐप पर शराब (Liquor) की बोतल का क्यूआर कोड स्कैन करते ही उसकी पूरी डिटेल आपके सामने कुछ ही सेकंडों में आ जाएगी। अभी तक इस ऐप का प्रयोग केवल आबकारी विभाग या पुलिस विभाग के लोग ही करते थे लेकिन अब आप भी इसका प्रयोग आसानी से कर सकेंगे।

फल-फूल रहा था नकली शराब का धंधा

दरअसल, अभी तक देशी विदेशी, बियर या वाइन असली है या नकली इसका पता नहीं चल पाता था और लोग धड़ल्ले से नकली शराब को पी जाते थे। नकली शराब का धंधा भी फल-फूल रहा था और इस पर लगाम नहीं लग पा रही थी।

आबकारी-पुलिस विभाग ही करता था ऐप का प्रयोग

अभी तक इस ऐप का प्रयोग केवल आबकारी विभाग और पुलिस करती थी लेकिन अब शराब के नकली खेल को रोकने के लिए सरकार की तरफ से एक ऐप बनाया गया है। यह ऐप कुछ साल पहले ही बनाया गया था लेकिन आम आदमी को प्रचार प्रसार के अभाव में जानकारी नहीं थी।

ऐसे काम करेगा यह ऐप

आपको इसके लिए गूगल के प्लेस्टोर से यूपी एक्साईज स्कैनर ऐप डाऊनलोड करना होगा। उसके बाद शराब (Liquor) की बोतल का क्यूआर कोड स्कैन करना होगा। अगर शराब असली है तो आपके सामने शराब की पूरी जानकारी आ जाएगी, जिसमें पूरी डिटेल होगी कि यह शराब (Liquor) कब बनी और कहां बनी और किस दुकान को आवंटित हुई है? अगर शराब नकली हुई तो स्कैनर काम नहीं करेगा और आपको जानकारी नहीं मिल पाएगी।

नकली शराब के खेल को रोकेगा यह ऐप

जिला आबकारी अधिकारी नीरज द्विवेदी ने बताया कि नकली शराब (Liquor) के धंधे को रोकने के लिए ही इसका निर्माण किया गया था। प्रचार प्रसार के अभाव में आम लोगों को इसकी जानकारी नहीं थी । साथ ही नीरज ने बताया कि, 3 दिन पहले डीआईजी आरके भारद्वाज ने ऐप्प से संबंधित मीटिंग ली थी जिसमें हमारे विभाग के लोग मौजूद थे।

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