Alcohol hangover : क्या घी मक्खन खाने से नहीं होता हैंगओवर, जाने असल सच्चाई

Alcohol Facts : बहुत से लोग शराब पीने के बाद अगले दिन हैंगओवर का सामना करते हैं, और कुछ लोगों का मानना है कि घी या मक्खन खाने से हैंगओवर नहीं होता। यह दावा कितना सही है? आइए जानें 

 

New Delhi : शराब के तत्कालीन बुरे प्रभाव से अधिकांश लोग बच नहीं पाते, भले ही वे इसके गंभीर और दीर्घकालिक नुकसान को नजरअंदाज करें। हैंगओवर इनमें से एक है। हर व्यक्ति शराब पीने के कुछ समय बाद महसूस होने वाली शारीरिक पीड़ा के बाद प्रतिज्ञा करता है कि वह अब शराब नहीं पीएगा। कुछ लोग इस हैंगओवर को इतना असहनीय समझते हैं कि वे शराब को हमेशा के लिए छोड़ने की सोचने लगते हैं। यही कारण है कि कुछ जानकार शराब पीने से पहले और बाद में क्या खाना चाहिए ताकि आपके बाल बांके नहीं हों। 

उनमें से एक है घी, मक्खन और चिकनाई। यह लगता है कि शराब के हैंगओवर को दूर करता है। कुछ लोगों का दावा है कि घी या मक्खन हैंगओवर को रोकता है और शराब से लिवर को बचाता है। चलिए इन दावों में कितनी सच्चाई है पता लगाने की कोशिश करें। 

हैंगओवर क्या है?

पहले हैंगओवर क्या है? आसान शब्दों में, शराब पीने के अगले दिन होने वाला बुरा अनुभव वहीं, हैंगओवर की परिभाषा को अमेरिका के नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ एल्कॉहल अब्यूज एंड एल्कॉहलिज्म (NIAAA) ने निर्धारित किया है। उसने कहा कि बहुत अधिक शराब पीने से शरीर में कुछ विशिष्ट लक्षण पैदा होते हैं। थकान, कमजोरी, प्यास, बार-बार गला सूखना, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, उल्टी या उल्टी आने की फीलिंग, सिर घूमना, बेचैनी, रोशनी या आवाज के प्रति संवेदनशीलता, चिड़चिड़ापन, पसीना आना और उच्च रक्तचाप शामिल हैं।याद रखें कि हैंगओवर अलग-अलग किस्म का हो सकता है। इसका प्रभाव कुछ घंटों से लेकर एक दिन तक रह सकता है।

चिकनाई वाला खाना खाने से नहीं होगा नशा? 

बहुत सारे लोगों का मानना है कि पीने से पहले चिकनाई वाला हाई फैट खाना खाने से शराब का असर कम होता है. इसके लिए यह दलील दी जाती है कि यह चिकनाई पेट के अंदरूनी दीवारों पर एक पर्त बना देती है, जिससे शरीर के एल्कॉहल को सोखने की रफ्तार धीमी पड़ जाती है. यह दावा कुछ हद तक सही है. चिकनाई वाला खाना शरीर में शराब के सोखने की रफ्तार को धीमी करता है, जिससे कम नशा होने का आभास होता है. हालांकि, ऐसा इसलिए नहीं कि घी या मक्खन जैसी चिकनाई पेट के अंदर जाकर कोई पर्त बना देती है. ऐसा इसलिए क्योंकि घी-चिकनाई या इससे युक्त खाना पेट में एल्कॉहल से मिक्स हो जाता है, जिससे शरीर में शराब सोखने की रफ्तार धीमी हो जाती है

तो हैंगओवर का इलाज है ऐसा खाना? 

मुमकिन है कि चिकनाई वाला खाना खाने से शराब का असर धीमा पड़ जाए लेकिन यह हैंगओवर रोकने का इलाज है, यह बात पूरी तरह से सच नजर नहीं आती. यह तरीका तभी कारगर है, जब शराब पीने के पहले चिकनाई वाला खाना खाया जाए. इस अरेंजमेंट के साथ आप हैंगओवर प्रूफ नहीं हो जाते. ऐसा करने के बाद क्षमता से ज्यादा शराब पीना भी अगले दिन हैंगओवर दे सकता है. वहीं, पीने के अगले दिन सुबह ऐसा भोजन खाना अपने पाचन तंत्र के साथ ज्यादती करना है. अगले दिन चिकनाई वाला खाना हालात बिगाड़ सकता है और हैंगओवर की मुश्किलों को और बढ़ा सकता है. 

तो क्या खाएं और क्या न खाएं 

न्यू फूड मैगजीन ने भी फूड साइंटिस्ट डॉक्टर जो फिशर के हवाले से इस दावे की पड़ताल की. फिशर ने वैज्ञानिक कारणों का हवाला देते हुए यह सुझाया है कि शराब पीते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.  उनके मुताबिक, पीने से पहले यह पता होना चाहिए कि आप क्या पीने जा रहे हैं. साथ ही इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि आप कितनी रफ्तार से शराब पी रहे हैं. दरअसल, शरीर एक तय रफ्तार से ही शराब को पचा पाता है. ऐसे में शराब पीने में ज्यादा तेजी आपको नशे में धुत बना सकती है. खाली पेट शराब न पिएं.  शराब पीने के दस मिनट पहले से कुछ खाना ज्यादा फायदेमंद है. हाई प्रोटीन, फाइबर और हेल्दी फैट युक्त चीजें मसलन-बादाम, चीज़ आदि खाना बेहतर विकल्प हैं. पीने के दौरान भी कुछ खाते रहना चाहिए और शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए पानी भी पीते रहना चाहिए. शराब पीने के कुछ देर बाद चिकनाई वाला या कैसा भी खाना खाएं,कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि तब तक एल्कॉहल आपकी रक्त वाहिकाओं में मिल चुका होगा.

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