Airtel की तारें पहुंचाएगी हवा में इंटरनेट! मोबाइल टॉवर और सैटेलाइट का खेल खत्म
Taara नामक एक नई इंटरनेट टेक्नोलॉजी पर भारती एयरटेल काम कर रहा है। यह लेजरबीम के साथ गूगल पैरेंट कंपनी अल्फाबेट की इंटरनेट तकनीक है। इससे दूर-दराज के क्षेत्रों में 4G और 5G इंटरनेट की सुविधा दी जाएगी।
Saral Kisan News : भारती एयरटेल नवीनतम इंटरनेट तकनीक पर काम कर रहा है। यह अल्फाबेट नामक गूगल पैरेंट कंपनी की इंटरनेट टेक्नोलॉजी है, जो बिना तार के इंटरनेट चलाता है। इस टेक्नोलॉजी को बिजली की जरूरत नहीं है। लेजरबीम इसमें प्रयोग किया जाता है। इससे दूर-दराज के क्षेत्रों में 4G और 5G इंटरनेट की सुविधा मिलती है। एयरटेल ने इसे तारा नाम दिया है।
लेजरबीम टेक्नोलॉजी क्या है?
भारती एयरटेल लेजर बीम टेक्नोलॉजी को भारत में लागू करने के लिए टेस्टिंग फेज से गुजर रहा है, जो जल्द ही देश में लॉन्च हो सकता है। ईटी की रिपोर्ट के अनुसार, सुनील मित्तल, भारती एयरटेल टेलिकॉम कंपनी, इस टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल को लेकर बहुत निश्चिन्त नहीं है।
यह लाइटबीम तकनीक बिना तार लेजरबीम (बिना मोबाइल टॉवर) से इंटरनेट प्राप्त कर सकेगी। यह फास्ट स्पीड इंटरनेट प्रौद्योगिकी होगी। इसमें 20Gbps तक की हाई स्पीड हो सकती है। यह एक सस्ती तरह से उपलब्ध इंटरनेट कनेक्टिविटी वायरलेट देता है। कैलिफॉर्निया के अल्फाबेट इनोवेशन लैप (X) ने तारा लेजर बीम इंटरनेट टेक्नोलॉजी बनाई है। Airtel खराब मौसम में लेजर बीम टेक्नोलॉजी का प्रदर्शन जांच रहा है।
यह तकनीक लेजर लाइट, या प्रकाश की मदद से हवा से इंटरनेट को स्थानांतरित करेगी। यह एक काफी विजिबल और नैरो बीम होगा। कम्पनी का दावा है कि तारा टेक्नोलॉजी एयरटेल की 5G नेटवर्क की वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान देगी। एयरटेल गूगल की मदद से इस तकनीक को टेस्ट कर रहा है। यह पायलट परियोजना चार साल पहले शुरू हुई थी।
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