बकरी चराते हुए मजदूर की ऐसी खुली किस्मत की बना करोड़पति, मांगे थे 40 रुपये उधार

 

Saral Kisan - पश्चिम बंगाल के पूर्व बर्दवान में एक बड़ा आश्चर्यजनक मामला सामने भी आया है। जहां एक दिहाड़ी कामगार कुछ ही घंटों में करोड़पति बन गया मजदूर बकरियों के लिए घास काटने गया था, लेकिन जब वह घर आया तो पता चला कि अब वह एक करोड़पति है। जैसे ही यह खबर गांव में फैल गई, लोग जश्न मनाने लगे और उसे बधाई देने लगे।  

यह घटना मंगलकोट जिले के खुरतुबापुर गांव की है। यहां रहने वाले भास्कर माजी दूसरों के खेतों में काम करता है और बरकियां पालकर अपना परिवार चलाता है। पिछले दस वर्षों से वह लॉटरी टिकट खरीदता था। उम्मीद से कि उसका सपना एक दिन पूरा होगा। उसने रविवार सुबह 40 रुपये उधार लेकर लॉटरी का टिकट खरीदा और दोपहर में करोड़पति बन गया। 

दिहाड़ी मजदूर ने लॉटरी में जीता एक करोड़ का इनाम 

रविवार को कर्मचारी भास्कर माजी ने बताया कि वह नपारा बस स्टैंड पर बरकियों के लिए घास काटने आया था। लेकिन उसके पास लॉटरी टिकट खरीदने के लिए पैसे नहीं थे। उसने किसी परिचित से चालिस रुपये उधार लिए, फिर मामेजुल भाई की लॉटरी में 60 रुपये का टिकट नंबर 95H83529 खरीदा और घर में काम करने लगा। दोपहर को उसे मालूम हुआ कि उसने लॉटरी में पहला इनाम जीता है। उसे यह जानकर खुशी हुई। 

लॉटरी टिकट बेचने वाले मौलिक सेख मामेजुल ने बताया कि रविवार दोपहर 1 बजकर 20 मिनट पर पता चला कि गांव के भास्कर माजी ने 1 करोड़ फर्स्ट प्राइज जीता है। पिछले दस वर्षों से वे इलाके में लॉटरी काउंटर चलाते रहे हैं। उन्हें खुशी है कि उनकी दुकान से एक गरीब मजदूर ने लॉटरी के टिकट खरीदकर करोड़पति बन गया। 

भास्कर माजी बेटियों की विवाह का ऋण निपटाएंगे

एक करोड़ रुपये की लॉटरी जीतने वाले कर्मचारी भास्कर माजी ने बताया कि उनका घर मिट्टी का है। बरसात होने पर पानी गिरता है। बेटियों की शादी में लिया कर्ज चुकाने के लिए इन पैसों से घर बनाएंगे। साथ ही कुछ खेती योग्य जमीन खरीदेंगे। भास्कर की बेटियों ने बताया कि उनके पिता ने हमें बीए पास कराया और कर्ज लेकर हमारी दो बहनों की शादी की। अब भगवान ने अपने पिता की ओर देखा। 

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