उत्तर प्रदेश में 22 जिलों से गुजरेगा 700KM का एक्सप्रेसवे, कारोबार में करेगा इजाफा

Gorakhpur Shamli Expressway Update : यूपी में नए राजमार्ग बनाए जा रहे हैं। यमुना एक्सप्रेसवे और नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे का निर्माण मायावती सरकार ने किया था। वहीं, अखिलेश सरकार ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे की स्थापना पूरी की। योगी सरकार के लगभग साढ़े सात साल के कार्यकाल में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का निर्माण पूरा हो गया है। साथ ही दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का काम भी पूरा हुआ है।
 

UP News : उत्तर प्रदेश में एक नया राजमार्ग बनाने की योजना पर विचार शुरू हो गया है। गोरखपुर से शामली तक एक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाने की योजना है। करीब 700 किलोमीटर लंबा राजमार्ग पूर्वांचल के गोरखपुर को पश्चिमी उत्तर प्रदेश की शामली से जोड़ेगा। यह सड़क राज्य के 22 जिलों से गुजरेगी। इस राजमार्ग के निर्माण से क्षेत्र के बहुत से लोगों को फायदा होगा। उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी सुधरेगी। पहले गंगा एक्सप्रेसवे बनाने और फिर गोरखपुर फैमिली एक्सप्रेसवे बनाने से राज्य का इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत होगा।

यूपी में तेज गति से हो रहा है, विकास कार्य

यूपी में नए राजमार्ग बनाए जा रहे हैं। यमुना एक्सप्रेसवे और नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे का निर्माण मायावती सरकार ने किया था। वहीं, अखिलेश सरकार ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे की स्थापना पूरी की। योगी सरकार के लगभग साढ़े सात साल के कार्यकाल में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का निर्माण पूरा हो गया है। साथ ही दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का काम भी पूरा हुआ है।

प्रदेश में सबसे लंबे गंगा एक्सप्रेसवे (करीब 1,000 किलोमीटर) बनाने की योजना पर काम चल रहा है। मेरठ से प्रयागराज के बीच गंगा एक्सप्रेसवे के पहले चरण का निर्माण तेज किया गया है। वहीं, प्रयागराज से बलिया के बीच निर्माण कार्य दूसरे चरण में शुरू हुआ है।

नए एक्सप्रेसवे का तैयार हुआ, रोडमैप

गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे के बारे में बहुत कुछ सामने आया है। NHAI ने देश का दूसरे सबसे लंबे एक्सप्रेसवे का रोडमैप बनाया है। गोरखपुर और शामली के बीच २२ जिले इसमें शामिल होंगे। इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे से क्षेत्र में वाहनों की संख्या बढ़ जाएगी। इस योजना का डीपीआर बनाया जा रहा है। इसके बाद पूरा नक्शा दिखाई देगा।

बाराबंकी से किया जाएगा, कनेक्ट

गोरखपुर-शामली राजमार्ग बाराबंकी से होकर गुजरेगा। यह जिले के लगभग 50 किलोमीटर का हिस्सा कवर करेगा। बारबंकी को लखनऊ राज्य नगर पालिका क्षेत्र में महत्वपूर्ण क्षेत्र में शामिल किया गया है। इसलिए, इस राजमार्ग परियोजना को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। लड़ाकू विमानों को उताड़ने की सुविधा इस एक्सप्रेसवे पर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की तर्ज पर ही बनाई जाएगी। विमान वहाँ लैंड कर सकते हैं अगर कोई आपातकालीन घटना होती है।

बाराबंकी पर एक अतिरिक्त अपडेट सामने आया है। बाराबंकी-बहराइच राजमार्ग को अयोध्या राजमार्ग की तरह ही फोरलेन बनाने की योजना है। इसके लिए किसानों की जमीन खरीदने की योजना बनाई जा रही है। रामनगर रोड पर सरयू नदी पर एक नया पुल बनाया जाएगा। जमीन जल्द ही अधिग्रहण होगा, परियोजना निदेशक सौरभ चौरसिया ने कहा।

अन्य एक्सप्रेसवे से होगा, जुड़ाव

गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे को कई मार्गों से जोड़ा जाएगा। इससे राज्य के एक कोने से दूसरे कोने तक पहुँच तेज होगी। ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को अंबाला-शामली इकॉनमिक कॉरिडोर से भी जोड़ा जाएगा, जो राज्य के पूर्वी और पश्चिमी भागों को जोड़ेगा। इसके अलावा, इस राजमार्ग को दिल्ली-देहरादून राजमार्ग से भी जोड़ा जाएगा। इससे गोरखपुर से दिल्ली तक पहुंचने के लिए अधिक रास्ता नहीं बदलना होगा।

इन जिलों से होकर गुजरेगा एक्सप्रेसवे

गोरखपुर-शामली राजमार्ग 22 जिलों से गुजरेगा। मुख्य रूप से इसमें बस्ती, संतकबीर नगर, गोंडा, अयोध्या, बाराबंकी, बहराइच, लखनऊ, सीतापुर, हरदोई, शाहजहांपुर, बदायूं, बरेली, रामपुर, मुरादाबाद, संभल, अमरोहा, बिजनौर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और शामली शामिल हैं। NHAI के परियोजना निदेशक सौरभ चौरसिया ने कहा कि एक्सप्रेसवे पर अभी डीपीआर नहीं बनाया गया है। अगली बैठक इस पर फैसला कर सकती है।