राजस्थान में बनेगा 290 किमी का एक्सप्रेसवे, कई इलाकों तक सुगम होगी पहुंच

Sriganganagar-Kotputli Greenfield Expressway : श्रीगंगानगर प्रदेश का सबसे अधिक सिंचित क्षेत्र है क्योंकि यह राजस्थान और पंजाब के बॉर्डर पर है। इसे मिनी पंजाब भी कहा जाता है क्योंकि इसमें पंजाबी संस्कृति बहुत मौजूद है। राजस्थान से अधिक पंजाबी संस्कृति स्थानीय भोजन, बोली और पहनावे पर प्रभावी है। श्रीगंगानगर, पंजाब के कई शहरों की तरह, किसानों से घिरा हुआ है। राजस्थान में श्रीगंगानगर सबसे पहले किसानों का आंदोलन उठाता है।

 

Rajasthan News : राजस्थान सरकार के बजट में नौ ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे की बड़ी सौगात दी गई है। राजस्थान के अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर क्षेत्र के लिए श्रीगंगानगर-कोटपूतली एक्सप्रेसवे, जो नौ ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे में से एक है, 290 किलोमीटर लंबा है। यह परियोजना भारत-पाकिस्तान बॉर्डर क्षेत्र के लोगों को कई सुविधाओं और विकास के नए रास्ते देगी। भारत-पाकिस्तान की सीमा पर स्थित राजस्थान का शहर श्रीगंगानगर है।

श्रीगंगानगर प्रदेश का सबसे अधिक सिंचित क्षेत्र है क्योंकि यह राजस्थान और पंजाब के बॉर्डर पर है। इसे मिनी पंजाब भी कहा जाता है क्योंकि इसमें पंजाबी संस्कृति बहुत मौजूद है। राजस्थान से अधिक पंजाबी संस्कृति स्थानीय भोजन, बोली और पहनावे पर प्रभावी है। श्रीगंगानगर, पंजाब के कई शहरों की तरह, किसानों से घिरा हुआ है। राजस्थान में श्रीगंगानगर सबसे पहले किसानों का आंदोलन उठाता है।

गंगानगर के लोगों का सफर होगा, बेहद सुगम

कोटपूतली दिल्ली से सटे हुआ है। किसानों को भी गंगानगर-कोटपूतली एक्सप्रेसवे से नई राह मिलने की उम्मीद है। यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि किस शहर और गांव से यह ग्रीन फील्ड बनाया जाएगा। लेकिन इससे राजस्थान के एक कोने में स्थित गंगानगर को कई क्षेत्रों तक आसानी से पहुंचाया जा सकेगा।

प्रदेश में बनेंगे, 9 ग्रीन एक्सप्रेसवे

यह सभी काम की विस्तृत रिपोर्ट आनी बाकी है। राजस्थान की वित्त मंत्री दीया कुमारी ने इस सपने की परियोजना की डीपीआर बनाने के लिए बजट में 30 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है। यह परियोजना राज्य में आने वाले समय में 9 ग्रीन एक्सप्रेसवे (2750 किलोमीटर) का एक स्कैच बनाएगी। लेकिन यह उम्मीदों के अनुरूप नहीं है। प्रोजेक्ट पूरा होने पर क्षेत्र का चित्र बदल सकता है।