उत्तर प्रदेश के इन जिलों में बिछेगी 240 किलोमीटर की नई रेल लाइन, 293 गावों से गुजरेगी पटरी

UP News : उत्तर प्रदेश के इन दो जिलों के बीच 240 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन बिछाई जाएगी। इस रेलवे लाइन का 5 साल पहले शिलान्यास हो चुका है। इस रेलवे लाइन के लिए 263 हैकटेयर जमीन अधिग्रहण की जानी है। इस रेलवे लाइन के लिए 29 गाँवों में जमीन अधिग्रहण का नोटिस जारी कर दिया गया है। 

 

Uttar Pradseh News : उत्तर प्रदेश के 293 गाँवों से होकर गुजरेगा 240 किलोमीटर लंबा रेलवे ट्रैक। इस नई रेलवे लाइन से आसपास की जमीनों की कीमतों में तगड़ा उछाल आएगा। खलीलाबाद-बहराइच रेल लाइन की स्थापना से इस क्षेत्र के लाखों लोगों को आने-जाने की सुविधा मिलेगी। इससे इन क्षेत्रों का विकास होगा और रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। 

उत्तर प्रदेश के खलीलाबाद बलरामपुर बहराइच रेलवे लाइन के अब अच्छे दिन आने वाले हैं। इस 240 किलोमीटर लंबी रेल लाइन पर 4939.78 करोड रुपए की लागत आएगी। इस रेलवे लाइन पर छोटे बड़े कुल 32 रेलवे स्टेशन और हाल्ट बनाए जाएंगे। 

प्रथम चरण के तहत होगा 54 किलोमीटर तक का कार्य

प्रथम चरण में इस रेलवे लाइन के लिए खलीलाबाद से बांसी तक 54 किलोमीटर तक का कार्य किया जाएगा। उत्तर प्रदेश के खलीलाबाद तहसील के क्षेत्र के 29 गांव के किसानों की 35 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण की जाएगी। रेलवे प्रशासन ने 29 गांव की जमीन अधिग्रहण का नोटिस जारी कर दिया है। जमीन अधिकरण के लिए 30 दिन तक आपत्ति मांगी गई है। अधिग्रहण होने वाली जमीनों पर रेलवे बोर्ड ने अपने बोर्ड लगा दिए हैं  आपसी सहमति और आपत्ति दूर होने के बाद किसानों को जमीन अधिग्रहण का मुआवजा मिल जाएगा।

पाँच साल पहले हुई घोषणा

जब 2017 में तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल ने खलीलाबाद-बलरामपुर-बहराइच रेल लाइन की घोषणा की थी, तो लोगों को उम्मीद थी कि यह जल्द ही शुरू हो जाएगा और इस क्षेत्र को भी रेल लाइन से जोड़ा जाएगा.। किसानों की जमीन का अधिग्रहण रेल लाइन के निर्माण में सबसे बड़ी बाधा है।

नई ट्रेन खलीलाबाद से बांसी बलरामपुर, श्रावस्ती से बहराइच तक चलेगी। नई ट्रेन खलीलाबाद से बहराइच तक लगभग 240 किलोमीटर की दूरी पर बनाई जाएगी। नई रेलवे लाइन में संतकबीरनगर के 56 गांव, सिद्धार्थनगर के 93 गांव, बलरामपुर के 65 गांव, श्रावस्ती के 30 गांव और बहराइच के 19 गांव शामिल होंगे। इसके लिए जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है। अभी सर्वे बलरामपुर, श्रावस्ती और बहराइच में चल रहा है।

पहले चरण में खलीलाबाद से बांसी तक 54 Km की दूरी पर काम करना होगा। इसमें संतकबीरनगर जिले के खलीलाबाद तहसील क्षेत्र के 31 गांवों की 75.128 हेक्टेयर जमीन और मेंहदावल तहसील क्षेत्र के 25 गांवों की 66.862 हेक्टेयर जमीन शामिल है। इस तरह, कुल 56 गांवों से 142 हेक्टेयर जमीन जमीन अधिग्रहण किया जाना हैं। इसके लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की गई, लेकिन रेलवे ने एलाइमेंट बदल दिया, जिससे प्रक्रिया रुक गई।

अब प्रशासन ने 29 गांवों में भूमि अधिग्रहण की नई प्रक्रिया शुरू की है। इसके लिए पहली सूचना दी गई है। एक महीने में शिकायत मांगी गई है। आपत्ति के निस्तारण के बाद भूमि अधिग्रहण शुरू होगा। इस बीच, रेलवे ने भी जमीनो पर बोर्ड लगा दिया है।

इन गांवों को मिल नोटिस 

इस नई रेल लाइन के लिए मेंहदावल तहसील क्षेत्र के ग्राम घोरकटा, बधिनी, रेशमुर, परसवनिया, अमथरी, धोबहा, सिघौना, लंगडाबर गांवों में नोटिस जारी दिया गया है। 

खलीलाबाद तहसील क्षेत्र में ग्राम चिट्ठापार, देवकली, नाउडाड़, जीनखाल, नाजिरजोत, बरहटा, भुअर, भिरवा, बारीगांव, मखदूमपुर, भगवानपुर, कड़सरी, समदा, अतरी, हारा पट्टी, बढ़या बाबू, लोरिक बारी, तरकुलवा, मडया, उस्काकला गांव में नोटिस दिया गया है।