UP के इस शहर में 22 किलोमीटर लंबे पुल का होगा निर्माण, 1250 करोड़ रुपए होंगे खर्च

UP News : उत्तर प्रदेश के 20 गांवो की लगभग 114 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण करके जिले का सबसे बड़ा फ्लाईओवर बनवाया जाना है। इस प्रस्तावित फ्लाईओवर निर्माण में 1250 करोड रुपए की लागत आने की संभावना है. इस प्रोजेक्ट के बन जाने के बाद जमीन की कीमतों मैं भारी बढ़ोतरी होने की आशंका है।

 

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में सबसे बड़ा फ्लाईओवर निर्माण करवाया जाना है। प्रदेश की योगी सरकार रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में लगातार नए प्रोजेक्ट ला रही है. इसी कड़ी में योगी सरकार अलीगढ़ जिले में 1250 करोड रुपए की लागत से 20 गांवो की जमीन अधिग्रहण करके सबसे लंबा फ्लाईओवर निर्माण करवाने जा रही है। अलीगढ़ जिले में बनने वाले इस फ्लाईओवर का काम फिलहाल डिजाइन में बदलाव की वजह से रोक दिया गया है। जनता के सामने डिजाइन फाइनल होते ही इसकी रूपरेखा सामने आ जाएगी. इस प्रोजेक्ट को पूरा होने में करीब 2026 तक का समय लगने की संभावना है। अलीगढ़ जिले में 22 किलोमीटर लंबा फ्लाईओवर का निर्माण प्रस्तावित है।

20 गांवो की 114.1 हेक्टेयर भूमि किसानों से अधिग्रहण होगी 

रेलवे विभाग की तरफ से यूपी के अलीगढ़ जिले में प्रस्तावित फ्लाईओवर निर्माण के लिए कॉल तहसील और गवाना तहसील के 20 गांवो की लगभग 114.1 हेक्टेयर भूमि किसानों से अधिग्रहण करने की तैयारी पूरी कर ली गई है. अलीगढ़ जिले में 22 किलोमीटर लंबा फ्लाईओवर का निर्माण प्रस्तावित है। यह 22 किलोमीटर लंबा फ्लाईओवर हरदुआगंज-दाऊद खां रेलवे स्टेशन के बीच बनाया जाएगा। रेल बजट में इस फ्लाईओवर को बनाने के लिए प्रस्तावित जमीन का अधिग्रहण जल्द शुरू होने वाला है. रेलवे और राजस्व विभाग ने जमीन अधिग्रहण के लिए संयुक्त सर्वे का कार्य पूरा कर लिया है. अलीगढ़ जिले का सबसे लंबा फ्लाईओवर जमीन अधिग्रहण का कार्य पूरा होते ही जमीनी स्तर पर निर्माण कार्य शुरू करवा दिया जाएगा.

रेलवे सबसे अधिक लाभ

अलीगढ़ में बनने वाले जा रहे फ्लाईओवर से रेलवे सबसे अधिक लाभ उठाने वाला है। अलीगढ़-दाउद खां तीसरी रेल लाइन 6.9 होगी, जिससे ट्रेनों को आवागमन में अब देरी नहीं होगी. इससे पहले, अलीगढ़ रेलवे स्टेशन पर दो बड़े रेलवे मार्ग हैं, जो इसे जंक्शन बनाते हैं। वहीं हरदुआगंज-बरेली-चंदौसी रेलवे और नई दिल्ली-हावड़ा रेलवे हैं। ब्रांच रेलवे हरदुआगंज से बरेली तक चलता है। नई दिल्ली-हावड़ा ट्रेन अलीगढ़ स्टेशन पर हरदुआगंज से बरेली तक चलती है। जब हरदुआगंज से ट्रेन नई दिल्ली-हावड़ा रेल मार्ग पर आती है, तो ट्रेन लगभग 20 से 25 मिनट तक व्यस्त रहती है और कई बार ट्रेन स्टेशन से बाहर निकल जाती है।

रेलवे को करोड़ों रुपये का मुनाफा देगा 

इस कठिनाई को देखते हुए रेलवे ने दाऊद खां से हरदुआगंज तक 22 किलोमीटर का रेलवे फ्लाईओवर बनाने का फैसला किया है। बता दे की इससे हरदुआगंज से आने वाली ट्रेनें दाऊद खां ट्रैक से सीधे जुड़ भी जाएंगी। यहां डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर और नई दिल्ली हावड़ा रेलवे हैं। निर्माण को कोलकाता ब्रिज एंड रूफ कंपनी को सौंप दिया गया है। इस फ्लाईओवर से जनता और रेलवे दोनों बहुत ज्यादा उम्मीद करते हैं क्योंकि यह सुचारू रूप से चलने पर रेलवे को करोड़ों रुपये का मुनाफा दे सकता है, जबकि ट्रेन लेट होने पर रेलवे को नुकसान होता था।

इन 20 गांवों के किसानों की जमीन होगी अधिग्रहण

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में बनने वाले इस फ्लाईओवर योजना में कोल तहसील के 18 एवं गभाना तहसील के दो गांवों की जमीन अधिग्रहण की जानी हैं. इसमें कोल के गांव चिरौला, नगला पानखानी, रहमतपुर गढ़मई, कमालपुर, बरौला-जाफराबाद, चुआवली, बरई-सुभानगढ़ी, सिया खास, इलियासपुर, महरावल, भदेसी माफी, दाऊद खां, पड़ियावली, अली नगर, सिंधौली,  चुआवली, बरई-सुभानगढ़ी, सिया खास, रठगांव, इमलौठ, छेरत-सुढ़ियाल एवं खेरूपुरा शामिल हैं. गभाना तहसील के गांव जमालपुर सिया और रफीपुर सिया की जमीन अधिग्रहण की जानी हैं.जिसको लेकर कागजी कार्यवाही सुचारू रूप से शुरू की जानी हैं। जमीन अधिग्रहण होते ही फ्लाईओवर का निर्माण कार्य शुरू करवा दिया जायेगा.

जनसंपर्क अधिकारी एनसीआर प्रयागराज अमित सिंह के अनुसार अलीगढ़ में बनने वाला जिले का सबसे लंबा फ्लाईओवर जिले की सबसे बड़ी उपलब्धि साबित होने वाला हैं. उन्होंने बताया कि यह महत्वपूर्ण काम जनता के लिए समर्पित है। फिलहाल, रेलवे फ्लाईओवर बनाने के लिए नक्शा, ड्राइंग और डिजाइन सहित सभी प्रक्रियाएं पूरी हो चुकी हैं। जमीन अधिग्रहण का काम अधूरा है। जमीन अधिग्रहण होने के बाद इस फ्लाईओवर का निर्माण शुरू होगा।