Uttarakhand में बनने वाली इस नई रेल लाइन पर बनेगे 11 रेलवे स्टेशन, सफऱ हो जाएगा आसान

गढ़वाल मंडल में परिवहन का क्षेत्र बदलने वाला है। 11 रेलवे स्टेशन छोटे-छोटे शहरों में बनाए जाएंगे। धामी सरकार ने योजना बनाने के लिए एक वर्ष का समय दिया है।
 

Saral Kisan : ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना से गढ़वाल मंडल में परिवहन के लिहाज से बदलाव आएगा, साथ ही नए शहर और विकास कार्य भी जल्दी शुरू होंगे। 11 रेलवे स्टेशन प्रोजेक्ट के तहत छोटे-छोटे शहरों में विकसित होंगे। इन सभी ग्यारह स्टेशनों को एक वर्ष के भीतर विकसित करने के लिए सरकार ने एक वर्ष का समय रखा है। 

इसमें स्टेशनों की 400 मीटर की हवाई दूरी शामिल है। मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु ने बताया कि स्टेशन के आसपास हर तरह का नया निर्माण बंद कर दिया जाएगा। इसमें निजी और सरकारी दोनों तरह के निर्माण शामिल हैं।

125 किमी की ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन

ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन, जो 125 किमी की दूरी पर है, पर 12 स्टेशन और 17 टनल बनाए जा रहे हैं। अधिकांश स्थानों पर काम लगभग पूरा हो चुका है। इस काम को 2024 तक पूरा करना लक्ष्य है।

सुरक्षित निर्माण के लिए कड़े मानक लागू होंगे

मास्टर प्लान में भी निर्माण कार्यों के लिए कड़े नियम बनाए जाएंगे। Mountains निर्माण कार्यों के लिहाज से संवेदनशील हैं। सरकार का मानना है कि रेलवे लाइन पर संचालन शुरू होने के बाद इस पूरे क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन होना तय है। व्यापार, शिक्षा और पर्यटन का विकास तेज होगा। निर्माण कार्य भी तेजी से बढ़ेंगे। ऐसे में, पर्यावरण और विकास को ध्यान में रखते हुए निर्माण कार्य करना आवश्यक है। इसके लिए मास्टर प्लान बनाया जाएगा।

यहां बनेंगे स्टेशन

ऋषिकेश, शिवपुरी, व्यासी, सिराला, चिलगढ़, मल्ला, मलेशा, श्राीनगर, धारीदेवी, तेलानी, घोलावीर गौचर जैसे स्टेशन बनाए जाएंगे।

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