बारिश के मौसम में इस टेंपरेचर पर चलाएं Car का AC, माइलेज नही होगी कम, गाड़ी रहेगी ठंडी

आजकल बढ़ते हुए आधुनिक युग में कई तरह की नई तकनीक आ गई है. कारों में तो ऑटोमेटिक एसी और ऑटो क्लाइमेट कंट्रोल के साथ ही ड्यूल जॉन टेंपरेचर कंट्रोल जैसी सुविधाएं भी मिलती है. परंतु जिन गाड़ियों में यह खूबियां नहीं होती. तो ऐसे में उनका क्या करना चाहिए इस बारे में हम आपको बताएंगे.
 

Car AC Tempreature : देश के ज्यादातर राज्यों में बारिश के बाद अब गर्मी से निजात मिलने लगा है. जिसके चलते अब लोगों ने कार में एसी का इस्तेमाल करना कम कर दिया है. परंतु अब भी धूप निकलने के बाद तापमान बढ़ जाता है. जिसके चलते कार में एयर कंडीशनर चलाने की जरूरत महसूस हो रही है. वातावरण में तापमान ज्यादा होने के कारण कार में यात्रा कर रहे लोगों के लिए कुछ समय बाद सहना मुश्किल हो जाता है.

आजकल बढ़ते हुए आधुनिक युग में कई तरह की नई तकनीक आ गई है. कारों में तो ऑटोमेटिक एसी और ऑटो क्लाइमेट कंट्रोल के साथ ही ड्यूल जॉन टेंपरेचर कंट्रोल जैसी सुविधाएं भी मिलती है. परंतु जिन गाड़ियों में यह खूबियां नहीं होती. तो ऐसे में उनका क्या करना चाहिए इस बारे में हम आपको बताएंगे. हम आपको यह बताने जा रहे हैं कि कार का एसी किस तरीके से मौसम के हिसाब से इस्तेमाल करें. जिससे आपको कूलिंग भी अच्छी मिलेगी और माइलेज भी काम नहीं होगी.

माइलेज पर भी फर्क नहीं पड़ता

कार में यदि एयर कंडीशनर का तापमान सही हो तो चालक और उनके साथ बैठे लोगों को आरामदायक महसूस होता है. आमतौर पर कार में एसी का टेंपरेचर 24 डिग्री सेल्सियस से 26 डिग्री सेल्सियस के बीच का सबसे सही और बेहतर माना जाता है. इस दौरान एसी चलाने से आपकी कार पर भी असर नहीं पड़ेगा और अंदर बैठे लोगों को ठंडक महसूस होगी. इस दौरान गाड़ी के माइलेज पर भी ज्यादा फर्क नहीं पड़ता.

एसी का टेंपरेचर 20 डिग्री सेल्सियस से कम रखने पर बरसात के मौसम में सर्दी लगने का डर बना रहता है. साथ ही एसी को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है और इस दौरान गाड़ी माइलेज भी काम देती है. अगर आप गाड़ी में एसी को 28 डिग्री सेल्सियस तापमान पर चलाएंगे तो. आपको ठंडक नहीं मिलेगी और कई बार एसी का तापमान कम करना पड़ेगा जिससे माइलेज भी घटेगी.