CNG Kit in CAR : कार में सीएनजी किट लगवाने से पहले फायदे और नुकसान जान लेने चाहिए!
सीएनजी किट केवल पेट्रोल से चलित वाहनों में ही लगवाई जा सकती है. परंतु सभी कार सीएनजी के अनुकूल नहीं बनाई जा सकती. कुछ ज्यादा ही पुराने वाहन जिनमें सीएनजी किट लगवाना संभव नहीं हो पाता है. इसके लिए आपको कार के पंजीकरण कार्ड आरसी ( registration certificate ) को अपडेट करवाने के लिए लोकल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी के पास जाना पड़ेगा पड़ेगा. सभी दस्तावेजों का कार्य पूरा करने के बाद सीएनजी किट पर स्विच करके गाड़ी चलाई जा सकती है.
कंपनी फिटेड सीएनजी
कंपनी फिटेड सीएनजी किट ज्यादा महंगी पड़ती है. परंतु वह OEM वारंटी के साथ आती है. इससे कंपनी की तरफ से सपोर्ट जैसी सर्विस मिलती है. तो मोबाइल कंपनी द्वारा खरीदे गए सीएनजी वाहनों को कंप्लीमेंट्री सर्विस दी जाती है. जिसका फायदा ग्राहक को मिल जाता है.
बाजार से सीएनजी किट
अब बाजार से किसी भी दुकानदार से सीएनजी किट लगवाना काफी सस्ता पड़ता है. उसका बीमा प्रीमियम पेट्रोल ईंधन के मुकाबले ज्यादा है. साथ ही कार को सीएनजी में स्विच करने के तुरंत बाद कंपनी को बताना पड़ता है. वर्तमान समय की पॉलिसी के मुताबिक ऐसा नहीं करने से कानूनी मान्यता नहीं मिलती. सबसे पहले सीएनजी को आरसी में अपडेट करवाने के बाद किट लगवाना चाहिए.
पीएनजी एक साफ फ्यूल है. जो पेट्रोल और डीजल की तरह प्रदूषण नहीं करता. सीएनजी पर गाड़ी चलाना पेट्रोल के मुकाबले सस्ता पड़ता है. सीएनजी में कर माइलेज भी ज्यादा देती है और अन्य फ्यूल के मुकाबले सीएनजी की कीमतें भी कम है. परंतु सीएनजी किट लग जाने के बाद कार की ज्यादा बार सर्विस करवानी पड़ती है. और सीएनजी टैंक लग जाने के कारण बूट स्पेस भी घट जाता है. पेट्रोल और डीजल के मुकाबले सीएनजी लगा वहां परफॉर्मेंस थोड़ा कम देता है.