कौन कहता है कि ड्रैगन फ्रूट खेत का राजा है, महिला कर रही छत पर खेती

कृतश्री ने अपनी छत पर बागवानी करके बढ़ रही सब्जी की महंगाई से राहत पाई है। वे अपनी छत पर विभिन्न सब्जियों के साथ-साथ कई किस्म के फल भी उगा रही हैं. इससे छत की हरियाली तो है ही, उनकी किचन की जरूरत भी पूरी हो रही है.
 

Saral Kisan : शहरों में घर की छतों पर बागवानी करना एक पैशन बन गया है। कम जगह होने के बावजूद हर कोई इसे करना चाहता है। इसकी वजह से लोगों के बीच किचन गार्डनिंग का चलन काफी तेजी से बढ़ा है।

खास तरह की बागवानी मुजफ्फरपुर के केशरी कॉलोनी में रहने वाली कृतश्री अपनी छत पर कर रही हैं। उन्होंने अपनी छत पर बागवानी कर छत को हरा-भरा बना दिया है। इससे उनकी कई जरूरतें भी पूरी हो रही हैं.

कृतश्री ने अपनी छत पर बागवानी करके बढ़ रही सब्जी की महंगाई से राहत पाई है। वे अपनी छत पर विभिन्न सब्जियों के साथ-साथ कई किस्म के फल भी उगा रही हैं. इससे छत की हरियाली तो है ही, उनकी किचन की जरूरत भी पूरी हो रही है.

कृतश्री के घर की छत पर किचन गार्डन बनाने से घर-आंगन में हरियाली भी बनी हुई है। उससे घर के लिए भरपूर मात्रा में सब्जियां और फल भी मिल रहे हैं. उनका कहना है कि भरी महंगाई में उन्हें बहुत राहत मिल रही है.

इस महिला ने अपनी छत पर हरी मिर्च, लौकी, तोरी, अरबी, टमाटर आदि की सब्जियां लगाई हैं। इसके साथ-साथ फलों में अमेरिकन ड्रैगन फ्रूट, अनार और सेब भी लगाया है। ऐसा कम ही होता है कि लोग छतों पर सेब या ड्रैगन फ्रूट लगाते हैं.

इसके साथ-साथ उन्होंने छत पर सीजनल फल भी लगाएं हैं जिसमें अमरूद, तरबूज, स्टार फ्रूट, रेड शरीफा और चेरी भी लगाए हैं। इससे उन्हें अच्छी मात्रा में उपज भी मिल रही है. उपज अधिक मिलने से जरूरतें भी पूरी हो रही हैं.

छत पर किचन गार्डनिंग करने से कृतश्री को मन पसंद सब्जियां और ताजे फलों की पैदावार मिल रही है। वे अपनी छत पर सारी फल और सब्जियां ऑर्गेनिक तरीके से उगाती हैं. इससे उन्हें सेहतमंद फल और सब्जियों की उपज मिल रही है.

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