तुअर दाल 100 रुपए मंदी, चने में तेजी का दौर जारी
Gram Bullish Recession Report : वर्ष 2016 की तेजी के बाद चने में यह दूसरी बड़ी तेजी है। तब चने के भाव 11000 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गए थे। दो से तीन महीने में ही भाव में गिरावट आ गई थी। बाजार में लगातार चने की आवक कम होने और मांग बढ़ने से इस बार भाव में नरमी की उम्मीद कम ही है।
Price Of Gram : चने में तेजी का दौर जारी है। पिछले सप्ताह 7400 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचने के बाद एक बार फिर तेजी देखने को मिल रही है। चना कांटा 7450 से 7500 रुपए के बीच कारोबार कर रहा है। जबकि चना विशाल के भाव 7250 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच गए।
वर्ष 2016 की तेजी के बाद चने में यह दूसरी बड़ी तेजी है। तब चने के भाव 11000 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गए थे। दो से तीन महीने में ही भाव में गिरावट आ गई थी। बाजार में लगातार चने की आवक कम होने और मांग बढ़ने से इस बार भाव में नरमी की उम्मीद कम ही है।
हालांकि पीली मटर के आयात से कुछ असर जरूर पड़ने की उम्मीद है। इधर, विदेश से पीली मटर का आयात जारी रहेगा और इस पर शून्य प्रतिशत सीमा शुल्क दर में कोई वृद्धि या परिवर्तन नहीं होगा। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार ने आयातकों को 31 अक्टूबर 2024 तक पीली मटर और देसी चने के शुल्क मुक्त आयात की अनुमति दे दी है।
अफ्रीकी देश मोजाम्बिक से तुअर के करीब 1400 कंटेनरों से आयात का रास्ता साफ हो गया। मोजाम्बिक और मलावी समेत अन्य अफ्रीकी देशों में तुअर की नई फसल की कटाई और तैयारी शुरू होने के बाद अगले महीने यानी सितंबर से इसका आयात शुरू हो जाएगा। उपभोक्ता मामलों के सचिव के अनुसार काबुली चने पर आयात शुल्क कम करने का कोई प्रस्ताव नहीं है। सोमवार को तुअर दाल में 100 रुपये की गिरावट और चना दाल में करीब इतनी ही तेजी आई।