खरपतवार को जड़ से खत्म कर देगा यह कृषि यंत्र, 1 घंटे में होगी 5 एकड़ की जुताई

खेत में उपस्थित फसलों के अवशेष और खरपतवारों को नष्ट करने के लिए उपयोग होने वाले एक शानदार कृषि यंत्र की जानकारी देने वाले हैं। इस यंत्र का नाम है डिस्क हैरो। डिस्क हैरो अलग-अलग साइज के आधार पर आते हैं।
 

Agriculture News, Disk Plow : अगर किसान अपनी आय को बढ़ाना चाहते हैं, तो खेती में लगने वाली लागत को काम करना होगा। खेती की लागत में कमी लाने के लिए फसल की बुवाई में आने वाले खर्च और फसल को पकाने में आने वाले खर्च को कंट्रोल करना पड़ेगा। इसी कड़ी में सरकार की ओर से कई प्रकार के कृषि यंत्रों पर सब्सिडी दी जा रही है। जिसे खरीद कर किसान आधुनिक तकनीक के साथ कम समय और कम डीजल की खपत करके फसल तैयार कर सकता है।

खेत में उपस्थित फसलों के अवशेष और खरपतवारों को नष्ट करने के लिए उपयोग होने वाले एक शानदार कृषि यंत्र की जानकारी देने वाले हैं। इस यंत्र का नाम है डिस्क हैरो। डिस्क हैरो अलग-अलग साइज के आधार पर आते हैं।

ट्रैक्टर की क्षमता अनुसार डिस्क हैरो

कृषि यंत्र एक्सपर्ट ने बताया कि डिस्क हैरो 14, 16 और 18 डिस्क साइज के साथ आता है। 40 से 45 हॉर्स पावर वाला ट्रैक्टर 14 डिस्क वाले हैरो को चला सकता है। इसी के साथ 45 से 50 हॉर्स पावर का ट्रैक्टर 16 डिस्क हैरो को चलाने में सक्षम है। अगर आप 18 डिस्क वाला हैरो खरीदना हैं तो इसके लिए आपको 50 से 60 हॉर्स पावर का ट्रैक्टर चाहिए।

6 एकड़ की जुताई में लगेगा एक घंटा

कृषि यंत्र एक्सपर्ट ने बताया कि अगर आप 14 डिस्क वाले हैरो से 2.5 एकड़ जमीन की जुताई 1 घंटे में की जा सकती है। 16 डिस्क वाले हैरो से आप 3.5 से 4 एकड़ जमीन की जुताई 1 घंटे में कर सकते हैं। इसके साथ ही 18 डिस्क वाले हैरो से 1 घंटे में 4 से 6 एकड़ की जुताई हो जाएगी। इसे अपनी क्षमता के अनुसार खरीदा जा सकता है।

कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि अगर कीमत की बात की जाए तो 14 डिस्क वाला हैरो 60 से 65000 रुपए में मिल जाएगा वहीं 16 डिस्क वाला हैरो 68 से 75000 रुपए में मिलेगा। वहीं अगर 18 डिस्क वाला हैरो खरीदने हैं तो 75 से 85000 में मिल जाएगा।

कृषि वैज्ञानिक ने एक अहम जानकारी देते हुए बताया कि पुराने हैरो में बैरिंग बाहर की तरफ लगा होता था। जिससे किसी चीज से टकराने पर समय-समय पर कई तरह के नुकसान का सामना करना पड़ता था। आप डीलक्स हैरो में इसे बदलकर अंदर की तरफ कर दिया गया है। जिससे किसानों को बड़ी राहत मिली है। और अब टूट-फूट का डर लगभग कम हो गया है।