चिकनी, दोमट सभी तरह की मिट्टी में हो सकती है ये फसल, सिंचाई और खाद का खर्च आएगा सबसे कम
Major Crops Of Rajasthan : किसानों को मानसून की बारिश का बेसब्री से इंतजार है। मानसून की पहली बारिश होते ही किसान फसल उगाना शुरू कर देंगे। मौसम विभाग के अनुसार पिछले साल के मुकाबले इस बार मानसून राजस्थान में जल्दी एंट्री करेगी। इस साल पिछले साल के मुकाबले अधिक बारिश होने का अनुमान लगाया जा रहा है। आज हम आपको एक ऐसी फसल के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी बुवाई करने के लिए बहुत कम खर्च आता है और मुनाफा भी बढ़िया मिलता है।
किसान इस फसल की खेती करके 6 महीने में तगड़ा मुनाफा कमा सकते हैं। बाजरे की फसल का सबसे अधिक उत्पादन राजस्थान में होता है। मोटे अनाज के रूप में यहां उपज के साथ-साथ खाने में भी सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाता है। बाजरे की फसल कई अनाजों के मुकाबले सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती है।
नहीं पड़ती मौसम की मार
बाजरे की फसल में अधिक सिंचाई की जरूरत नहीं पड़ती। बाजरे की फसल कई तरह की प्राकृतिक आपदाएं झेलने में सक्षम होती है। राजस्थान के कई इलाकों में यह फसल बारिश पर आधारित होती है। बारिश की फसल अधिक गर्मी और तेज सर्दी को भी सहन कर सकती है। गर्म जलवायु वाले राजस्थान में बाजरे का उत्पादन सबसे अधिक होता है।
कैसी चाहिए मिट्टी
बाजरे की खेती राजस्थान के मैदानी इलाकों में सबसे ज्यादा की जाती हैं। इस फसल की खेती दोमट चिकनी और बालू मिट्टी में की जा सकती हैं। बारिश के समय में इस फसल की खेती सबसे अधिक की जाती है। क्योंकि बारिश का समय बाजरे की फसल के लिए उपयुक्त होता है। बाजरे की फसल में ज्यादा खाद और उर्वरक की जरूरत नहीं पड़ती है।
मिलेगा तगड़ा फायदा
बाजरे की फसल बोकर किसान बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं। बाजरे की फसल का मंडियों में अभी का भाव ₹2200 प्रति क्विंटल चल रहा है। फसल कटने के बाद बाजरे के भाव में तेजी देखने को मिलती है। अगर किसान एक सीजन में 50 क्विंटल बाजरे का उत्पादन करता है, तो 6 महीने में वह तगड़ा मुनाफा कमा सकता है।