Paddy Rate : बासमती धान के भावों में बड़ी मंदी, उपज भी घटेगी, किसानों में बढ़ी चिंता

Basmati Paddy Price : पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसानों द्वारा खरीफ सीजन में बासमती धान का उत्पादन सबसे ज्यादा किया जाता है। ऐसे में, किसानों को इस वर्ष धान के रेट में गिरावट देखने को मिल रही है, अभी धान के भाव पिछले साल के मुकाबले काफी कम हैं। दरअसल, किसानों को इस वर्ष 15% से अधिक नमी वाले बासमती धान को 2200 से लेकर 2500 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से बेचना पड़ रहा है।

 

Uttar Pradesh : पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसानों द्वारा खरीफ सीजन में बासमती धान का उत्पादन सबसे ज्यादा किया जाता है। ऐसे में, किसानों को इस वर्ष धान के रेट में गिरावट देखने को मिल रही है, अभी धान के भाव पिछले साल के मुकाबले काफी कम हैं। दरअसल, किसानों को इस वर्ष 15% से अधिक नमी वाले बासमती धान को 2200 से लेकर 2500 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से बेचना पड़ रहा है, मगर, पिछले वर्ष इस धान के लिए किसानों को 3000 रुपए प्रति क्विंटल का भाव मिला था।

अन्य राज्यों के मुकाबले उत्तर प्रदेश में बासमती धान की पैदावार सबसे पहले की जाती है, ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि पूसा बासमती-1509 किस्म के पकने का समय सबसे कम होता है और पंजाब, हरियाणा राज्यों के मुकाबले यहां पर धान की रोपाई सबसे पहले की जाती है। धान की कीमतों में गिरावट आने से किसानों को नुकसान हो रहा है, तो दूसरी ओर निर्यातकों को इससे फायदा मिलने की संभावना जताई जा रही है।

उपज में आई, भारी गिरावट

उत्तर प्रदेश के शामली जिले में स्थित किसान देवेंद्र सिंह ने बताया कि, मुझे पिछले वर्ष के जैसे ही धान की कीमतें मिलने की उम्मीद है,  इसलिए मैंने मई के महीने में पूसा बासमती 1509 धन को लगाया था और अभी स्थान को 15 दिन बाद काटा जाएगा। उन्होंने बताया कि, इस वर्ष धान की उपज में एक चौथाई की गिरावट देखने को मिल रही है। क्योंकि आसपास के सभी किसानों को अब तक 3  क्विंटल प्रति बीघा के हिसाब से उपज मिल रही है। लेकिन पिछले वर्ष यह उपज 4 क्विंटल से भी ज्यादा थी।

किसान देवेंद्र सिंह ने बताया कि पिछले वर्ष मैंनें 9 बीघा मैं धन लगाया था, मगर इस साल यह रकबा घटकर 6 बीघा कर दिया गया है। क्योंकि कीमत कम होने का डर लग रहा था। उन्होंने यह भी बताया कि जब किसी वर्ष धान की कीमतों में तेजी आती है, तो इसके चलते, अगले साल किसानों द्वारा बुवाई का रकबा भी बढ़ा दिया जाता है और इससे कीमतें गिर जाती है।

खैर मंडी में है, 2500 रुपए धान के दाम

यूपी में स्थित अलीगढ़ जिले के किसान भूषण त्यागी ने कहा कि उनको खैर मंडी में पूसा बासमती 1509 धान को 2500 रुपए प्रति क्विंटल के भाव पर बेचने कों मजबूर होना पड़ा। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष उपज में 15% की गिरावट आई है। भूषण त्यागी ने बताया कि दाम कम होते हुए भी किसानों द्वारा मंडी में लाई गई फसल को बेचना पड़ रहा है, क्योंकि किसान इसे वापस घर नहीं लेकर जा सकते है। इसके अलावा एगमार्कनेट पोर्टल के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में बासमती धान की कीमतें 1 अगस्त से लेकर 5 अगस्त तक 2100-2600 के बीच थी।

हरियाणा में क्या है, धान का भाव

खैर मंडी में स्थित है कमीशन एजेंट ने बताया कि, निर्यात को द्वारा धान की खरीद 2500 रुपए प्रति क्विंटल से ऊपर नहीं खरीदी जा रही है,  इसका कारण हमें पता नहीं है। उन्होंने बताया कि धान में नमी अभी 20% से ज्यादा है, मगर कुछ व्यापारियों ने कहा कि ऑस्टिन नामी लगभग 15% की जा सकती है। इसके अलावा हरियाणा की करनाल मंडी में बेचने गए शामली जिले के किसानों ने बताया कि इस वर्ष बासमती धान की कीमतें 2400 रुपए से ज्यादा नहीं मिल पा रही है।

पिछले वर्ष हुआ था, मिलर्स को घाटा

संगठन का कमीशन एजेंट के उपाध्यक्ष राजेंद्र गुप्ता ने बताया कि, सभी मिल्स इस वर्ष पूरी सावधानी से धान को खरीद रहे हैं, क्योंकि पिछले वर्ष बासमती धान की फसल को ज्यादा कीमत पर खरीदने से सभी मिलर्स को घाटा उठाना पड़ा था। पिछले वर्ष की तेज कीमतों को देखते हुए किसानों द्वारा इस वर्ष धान की खेती के रखव को बढ़ा दिया गया है। भारत बासमती चावल का निर्यात 950 डॉलर प्रति टन की एमएसपी (MSP) अनुसार कर रहा है।