अच्छी लिवाली के कारण चने के भाव में उछाल, गेहूं में तेजी
Wheat Production : स्थानीय थोक बाजार में चने के भाव में तेजी जारी है। रिकॉर्ड तेजी जारी है। 74 मंडियों में चना कांटा में जोरदार तेजी का रुख देखने को मिला। चना कांटा 7700 रुपए बिका तो वहीं भारी चना 7600 रुपए बिका। 54 चने की मजबूत मांग के चलते आगे भी भाव ऊंचे बने रहने की उम्मीद है। 30 इधर, ओपन मार्केट सेल स्कीम 22 (ओएमएसएस) के तहत सरकारी 20 स्टॉक से गेहूं की बिक्री में अनिश्चितता का माहौल है।
मिलर्स और ए. प्रोसेसर्स की मजबूत मांग के चलते स्थानीय थोक बाजार में गेहूं के भाव में तेजी आई। जबकि न्यूनतम समर्थन मूल्य पहले से ही ऊंचा चल रहा था। भारतीय खाद्य निगम के पास गेहूं का सीमित अधिशेष स्टॉक बचा है और इसलिए सरकार शायद इसकी बिक्री शुरू करने के लिए सही समय का इंतजार कर रही है।
प्रमुख थोक मंडियों में भी गेहूं की आवक कम हो रही है, जबकि त्यौहारी सीजन की अच्छी मांग सामने आने लगी है। जानकारों के अनुसार, गेहूं के दाम में 50 से 100 रुपये प्रति क्विंटल की और बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। गेहूं के दाम में बढ़ोतरी का असर आटा और सूजी के दामों पर भी देखा जा रहा है। आलोचकों के अनुसार, कम आपूर्ति और मजबूत मांग के कारण गेहूं के दाम में जल्द ही 50 से 100 रुपये की और बढ़ोतरी हो सकती है, क्योंकि मिलर्स और प्रोसेसर इसे खरीदने में रुचि दिखा रहे हैं। सीजन के दौरान परिवहन खर्च और श्रमिकों की मजदूरी भी बढ़ जाती है, जिससे कीमतें और बढ़ने लगती हैं।