मशरूम की खेती पर सरकार दे रही 50 से 90 फीसदी अनुदान, छोटे किसानों भी उठा सकतें हैं लाभ

Mashroom Production :किसान परंपरागत खेती को छोड़,  अच्छे मुनाफे वाली सब्जी की खेती की और ज्यादा बढ़ रहे हैं। कम लागत के साथ अधिक मुनाफा देने वाली फसल की ओर आकर्षित हो रहें है. यदि किसान मशरूम की खेती करता है तो इसे एक नगदी फसल माना गया है। 
 

Saral Kisan, Mashroom Production : किसान परंपरागत खेती को छोड़,  अच्छे मुनाफे वाली सब्जी की खेती की और ज्यादा बढ़ रहे हैं। कम लागत के साथ अधिक मुनाफा देने वाली फसल की ओर आकर्षित हो रहें है. यदि किसान मशरूम की खेती करता है तो इसे एक नगदी फसल माना गया है. मशरूम में कैसी खेती है जो कम लागत में अधिक मुनाफा देती है। किसान इस खेती को घर पर भी कर सकता है। यदि किसी के पास 10 से 20 वर्ग फीट जमीन भी उपलब्ध है तो वह मशरूम की खेती कर सकता है, मशरूम की खेती के लिए सरकार लेकर आई अच्छी योजना।

बिहार में पटना उद्यान निदेशालय के सहायक निदेशक अमरजीत कुमार राय की माने तो मशरूम उगाने के लिए दो योजनाओं की स्वीकृति मिली है. इसमें पहली योजना मशरूम हट और दूसरी योजना मशरूम किट से संबंधित है. दोनों योजना में किसान को 50 से 90 प्रतिसत  अनुदान दिया जाता है. किसान के साथ आमलोगों को भी इस योजना का लाभ मिलेगा. इसके लिए आवेदन की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है.

बढ़ रही है मशरूम उत्पादन में रुची

बता दें कि वित्तीय साल 2024-25 के लिए मशरूम हट और मशरूम किट योजना को स्वीकृति दी गई है. इसमें खेतिहर भूमि वाले किसानों के लिए मशरूम हट और बगैर खेतिहर भूमि वाले आम लोगों के लिए मशरूम किट की योजना है. मशरूम हट योजना में 50 फीसदी अनुदान और मशरूम किट में 90 फीसदी अनुदान का लाभ मिलेगा. वहीं, पटना जिले में इसबार 25 हट बनाने का लक्ष्य है. उद्यान निदेशालय पटना जिले में मशरूम की खेती को बढ़ावा देने पर जोर दे रहा है. जिसके तहत इस बार 25 मशरूम हट बनाने का लक्ष्य तय हुआ है. जबकि, पिछले साल यह लक्ष्य 12 हट का था. जिसमें 09 हट बनाए गए थे. अधिकारियों की माने तो किसानों की रुची इस योजना में बढ़ती जा रही है. इसी को देखते हुए इस बार 13 हट अधिक बनाने का लक्ष्य बढ़ाया गया है. बताते चलें कि मशरूम हट बनाने के लिए जगह की अधिक जरूरत नहीं पड़ेगी. एक शानदार हट बनाने के लिए 50 फुट लंबी और 30 फुट चौड़ी जगह होनी चाहिए.

दिए जाएंगे 100 मशरूम किट

जहां, खेतिहर भूमि वाले किसानों को मशरूम हट बनाने पर 50 फीसदी का अनुदान मिलेगा. वहीं, मशरूम किट पर 90 फीसदी का अनुदान देय होगा. बता दें कि कुल हट की राशि 1 लाख 79 हजार 500 रुपए है. जिसमें से 50 फीसदी अनुदान दिया जाएगा. इससे हट बनाने में किसानों को मात्र 89 हजार 750 रुपए लगेंगे. वहीं, बगैर खेतिहर भूमि वाले इच्छुक लोगों को मशरूम किट मिलेगा. इसकी लागत 60 रुपए प्रति किट है. ये किट लोगों को 90 फीसदी अनुदानित दर पर महज 6 रुपए प्रति पीस के हिसाब से दिए जाएंगे. बताते चलें कि इस बार कुल 23 हजार किट वितरण करने का लक्ष्य रखा गया है. जबकि, पिछले साल किट वितरण का लक्ष्य 15 हजार था. प्रत्येक व्यक्ति को 100 किट दिए जाएंगे. इस योजना का लाभ लेकर लोग औसत उत्पादन 100 से 150 किलो तक कर पाएंगे. 600 रुपए की लागत पर पर लोग 20 से 30 हजार की कमाई भी कर सकते हैं.