ट्रांसफार्मर खराब होने से किसान परेशान, सिंचाई बाधित होने से फसल हो रही खराब

Madhya Pradesh : गांव के किसान सिंचाई के लिए लगाए गए 5 नंबर ट्रांसफार्मर से जुड़े हैं। लेकिन इस पर अत्यधिक लोड होने से बार-बार फेस उड़ रहा है। सिंचाई बाधित होने से फसल खराब होते देख किसान मानसिक रूप से परेशान हो रहे हैं।
 

Saral Kisan, Madhya Pradesh : गांव के किसान सिंचाई के लिए लगाए गए 5 नंबर ट्रांसफार्मर से जुड़े हैं। लेकिन इस पर अत्यधिक लोड होने से बार-बार फेस उड़ रहा है। सिंचाई बाधित होने से फसल खराब होते देख किसान मानसिक रूप से परेशान हो रहे हैं। एक सप्ताह पहले किसानों ने अधिशासी अभियंता के नाम अवर अभियंता को आवेदन देकर अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगवाने की मांग की थी। इसके बावजूद कोई ध्यान नहीं दिया गया। 

विभाग से उम्मीद टूटती देख अब किसान पैसे एकत्र कर नया ट्रांसफार्मर लगवाने की तैयारी में हैं। इसके लिए ट्रांसफार्मर से जुड़े किसानों को प्रति हार्स पावर करीब 1100 रुपए का खर्च आ रहा है। फसल बचाने के लिए 17 किसानों ने एक निजी ठेकेदार से 65 केवी का नया ट्रांसफार्मर लगवाने की मांग की है। 35 लाख रुपए देने की तैयारी ताकि उनकी फसल बच सके।

महंगे कपास के बीज और केले की फसलें हो रही खराब

किसानों ने कहा- कुछ दिन पहले ट्रांसफार्मर खराब हो गया था। ओवरलोडिंग के कारण किसानों की केले की फसल खराब हो गई। महंगे दामों पर खरीदे गए कपास के बीज अभी भी हर 10 से 15 मिनट में उड़ रहे हैं। बिजली गिरने से कुछ भी पूरी तरह से अंकुरित नहीं हो पाया। ट्रांसफार्मर जलने पर एक किसान ने अपनी कपास और केले की फसल को बचाने का प्रयास किया। डायनुमा के लिए 400 रुपए तक का खर्च आया। इतने बड़े खर्च में खेती करना संभव नहीं है। जनरेटर से मोटर (पंप) चलाया जाता है।

3 साल से कर रहे हैं मांग, अब खुद ही समाधान तलाश रहे हैं

किसानों ने बताया कि पिछले 3 साल से वे बिजली वितरण कंपनी के दफ्तर जाकर अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाने की मांग कर रहे हैं। लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। किसानों ने बताया कि उन्हें हर मार झेलनी पड़ रही है। चाहे बीज हो, दवा हो या खाद। इसके बाद अब बिजली की मार भी झेलनी पड़ रही है। आवेदन देने के बाद न तो विभाग ध्यान दे रहा है और न ही क्षेत्र के जनप्रतिनिधि किसानों के साथ खड़े हैं।  ऐसे में वे खुद ही समस्या का समाधान करने का प्रयास कर रहे हैं।