किसान इन तरीकों से लगाएं धान की फसल, बढ़ेगी पैदावार खर्च होगा कम

Agriculture News : धान की खेती खरीफ सीजन में बड़े स्तर पर की जाती है। धान की खेती करने के लिए किसानों को ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ते हैं। इसके साथ-साथ पानी की भी सबसे अधिक जरूरत पड़ती है।

 

Kharif Season : धान की खेती खरीफ सीजन में बड़े स्तर पर की जाती है। धान की खेती करने के लिए किसानों को ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ते हैं। इसके साथ-साथ पानी की भी सबसे अधिक जरूरत पड़ती है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी तकनीक के बारे में बताने जा रहे हैं। इस तकनीक से धान का बीज सीधा खेत में बोया जाता है और नर्सरी तैयार करने की जरूरत नहीं पड़ती। सीड ड्रिल मशीन से बिजाई करने पर किसानों का पैसा, समय और मेहनत भी बचती है। 

कम लागत में मिलेगी अधिक पैदावार 

नम तरीका: इस तरीके से बुवाई करने के लिए खेत की सबसे पहले सिंचाई की जाती है। इसके तुरंत दो-तीन दिन बाद दूसरी सिंचाई कर दी जाती है। फिर खेत की जुताई करने के बाद ड्रिल मशीन द्वारा बुवाई की जाती है। इसके बाद खेत में हल्का फटा लगाकर छोड़ देना चाहिए। ताकि सारे बीज मिट्टी से ढक जाए। इस तरीके से बिजाई करते समय हमेशा ध्यान रखना चाहिए, कि बुवाई शाम के समय हो।

सुखा तरीका : इस तरीके से बिजाई करते समय खेत की सबसे पहले अच्छी तरह गहरी बुवाई की जाए। इस तरीके से बिजाई मशीन से की जाती है और मिट्टी के जमाव के लिए पानी लगाया जाता है या फिर बारिश का इंतजार करते हैं। एक सिंचाई पर सही जमाव नहीं होने पर तुरंत चार-पांच दिन बाद दूसरी सिंचाई करनी चाहिए। 

ड्रिल मशीन से बिजाई करने पर मिलेंगे कई फायदे 

इस तरीके से विदाई करने पर दान को कम पानी की जरूरत पड़ती है। फसल को तैयार होने में ज्यादा समय नहीं लगता और खरपतवार की भी समस्या नहीं होती। मजदूरी कम लगती है और फसल में उपयोग होने वाले पेस्टिसाइड और कीटनाशक का इस्तेमाल भी काम होता है। सबसे बड़ी बात इसके लिए नर्सरी तैयार करने की जरूरत नहीं पड़ती।