इंजीनियरिंग छोड़ किसान ने खेत में शुरू किया टिकाऊ बिज़नेस, हर महीना कमा रहे 15 लाख
Rajasthan : आज के समय में लोगों का रुझान ऑर्गेनिक खेती की ओर सबसे अधिक देखने को मिल रहा है। खेती किसानी में जैविक खाद का एक महत्वपूर्ण स्थान बन गया है। आजकल ऑर्गेनिक सब्जियों और अनाज की मांग इतनी बढ़ गई है कि लोग घर से लेकर खेत में खुद की उगाई सब्जियां खाना पसंद करते हैं। क्योंकि आज के समय में बढ़ रही तरह-तरह की बीमारियों और डॉक्टरों के चक्कर से बचने के लिए लोग ऑर्गेनिक अनाज और सब्जियां खाना पसंद करते है।
घर और खेत में ऑर्गेनिक खेती करने के लिए सबसे पहले जैविक खाद की जरूरत पड़ती है। दिन रात बढ़ रही मांग के चलते ऑर्गेनिक खेती किसानों के लिए मुनाफे का सौदा बन गया है और इसे लंबे समय तक सुरक्षित भी रखा जा सकता है। ऑर्गेनिक खेती के लिए सबसे पहले जैविक खाद की जरूरत पड़ती है, जिससे मुनाफे को और अधिक बढ़ाया जा सकता है। आज हम आपको ऑर्गेनिक खाद बनाने का आसान तरीका बताने वाले हैं।
सालाना 10 से 15 लाख रुपए का मुनाफा
आज हम आपको राजस्थान के एक प्रगतिशील किसान पंकज वर्मा के बारे में बताने वाले हैं। जो वर्मी कंपोस्ट का उत्पादन करके सालाना 10 से 15 लाख रुपए का मुनाफा कमा रहे हैं। वर्मी कंपोस्ट एक ऐसा टिकाऊ बिजनेस मॉडल है, जिसे फ्यूचर के तौर पर भी देखा जा सकता है। किसान पंकज वर्मा वर्मी कंपोस्ट बनाने के लिए कई तरीकों का इस्तेमाल करते हैं और देश के कोने-कोने में खाद की सप्लाई करते हैं।
किसान पंकज वर्मा ने बताया कि सबसे पहले खाद का उत्पादन उनके पिता ने स्टार्ट किया था। उनके पिता ने साल 2009 में कृषि विभाग की एक ट्रेनिंग और अनुदान के आधार पर ये बिजनेस शुरू किया था। ट्रेनिंग पूरी करने के बाद उन्होंने सबसे पहले एक यूनिट से इस बिजनेस की शुरुआत की थी।
किसान ने बताया कि इससे पहले वह खेत में रासायनिक और कीटनाशक का इस्तेमाल करते थे। लेकिन वर्मी कंपोस्ट का इस्तेमाल करने के बाद उनकी आय में भी बढ़ोतरी हुई और घर में खाने के लिए ऑर्गेनिक अनाज भी मिलना शुरू हो गया।
इंजीनियरिंग के बाद शुरू किया बिजनेस
किसान पंकज वर्मा ने बताया कि उन्होंने साल 2021 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर ली और फिर नौकरी की तलाश में निकल गए। कुछ साल प्रयास करने के बाद उनके समझ में आया कि नौकरी से अच्छा है खुद का बिजनेस ही संभाला जाए। इसके बाद उन्होंने प्राकृतिक तरीके से वर्मी कंपोस्ट के साथ-साथ कई तरह के प्राकृतिक प्रोडक्ट भी बनाने शुरू कर दिए जो जीवामृत, घन जीवामृत आदि थे। देखते ही देखते उनका मुनाफा बढ़ने लगा और आज 3 साल बाद हुए 10 से 15 लख रुपए सालाना कमा रहे हैं। इसके साथ-साथ हुए 2 एकड़ में ऑर्गेनिक फल और सब्जियों की भी खेती कर रहे हैं।
50000 रुपए में शुरू करें बिजनेस
वर्मी कंपोस्ट का बिजनेस शुरू करने के लिए आपको अधिक खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ती। सरकार द्वारा दिया जा रहा अनुदान जोड़कर आप इसे मात्र ₹50000 में शुरू कर सकते हैं। वर्मी कंपोस्ट का बिजनेस शुरू करने के लिए सबसे अधिक खर्च केंचुआ का होता है। जो आपको मार्केट में लगभग ₹800 प्रति किलो के हिसाब से मिल जाते हैं।
केंचुआ एक ऐसा जीव होता है जो काफी तेजी से बढ़ता है और देखते ही देखते तीन से चार महीने में 2 गुना हो जाता है। इसके साथ-साथ आपको अपना बिजनेस शुरू करने के लिए कच्चे गोबर की जरूरत पड़ती है। इसके साथ-साथ आपको प्लास्टिक की सीट और धान की पराली की जरूरत पड़ती है। इन सबका खर्च बहुत ही कम पड़ता है और आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं।