Cumin : जीरा में तेजी का रुख, कई देशों की भारत के जीरे पर नज़र, इंटरनेशनल डिमांड मज़बूत

मसाला मंडियो में जीरा के भाव समेत अन्य फसलों में भी तेजी का रुख बना हुआ है. जीरा फसल में तेजी आने के कई कारण हैं.
 

Jeera Rate : राजस्थान और गुजरात में इस बार जीरा उत्पादन पिछले साल के मुकाबले बढ़ गया. चीन और तुर्की समेत कई देशों में बारिश के कारण खराब हुई जीरा फसल से इन देशों की निगाह भारत के जीरे पर है. फसल खराब होने के बाद इन देशों को अपनी घरेलू कमी को पूरा करने के लिए जीरा बाहर से मंगवाना पड़ सकता है.

डिमांड मजबूत के चलते इन दिनों जीरा के भाव में लगातार तेजी आ रही है. मेड़ता मंडी में गुरुवार को मंडी से मिली आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, जीरा 19000 से 29500 रुपए प्रति क्विंटल बिका. वही सुपर ए क्वालिटी का जीरे की कुछ ढ़ेरी की बोली 32000 से 33000 रुपए के आसपास लग रही है.

मंडी में एक व्यापारी ने बताया कि जीरा भाव में तेजी आने के 2 से 3 कारण है. पहला कारण विदेशों से लगातार होती डिमांड मजबूत, क्योंकि चीन, तुर्की और सीरिया जैसे कई देशों में जीरे का उत्पादन होता है. वहां बारिश के कारण जीरे की फसलों में किसानों को नुकसान पहुंचा. बाकी बच हुआ जीरा भी खराब होने की आशंका बनी हुई है.

इसी वजह से इन देशों की नजर भारत पर टिकी हुई है. क्योंकि घरेलू खपत को पूरा करने के लिए इन देशों को भारत से जीरा लेना पड़ेगा. इस वजह से ही भारत की मसाला मंडियो में जीरे के भाव में लगातार उछाल आ रहा है. इसके साथ-साथ जीरा भाव में तेजी आने के कुछ और भी कारण है.

जीरा में तेजी के कारण 

- एक्सपोर्ट मांग ज्यादा होने से जीरा और अन्य मसाला के भाव भी बढ़ रहे हैं. 

- कमजोर आवक और खपत ज्यादा के कारण स्टॉक करने वालों के पास माल नहीं है. ऐसे में वह जीरा खरीद रहे हैं. 

- 10 दिन पहले जीरे के भाव गिरने के कारण किसानों ने जीरे का स्टॉक करना शुरू कर दिया. जिससे बाजार में आपूर्ति कम हुई और भाव में तेजी आई. 

- भारत में चुनाव के चलते गुजरात, मध्यप्रदेश और राजस्थान के किसान मंडियो में जीरा लेकर नहीं पहुंच रहे. जिस वजह से भाव बढ़े.