बिहार में 28 जिलों के किसानों की हुई मौज, सरकार जैविक खेती के लिए करेगी प्रोत्साहित

Bihar News : बजट जारी करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की घोषणा की है। मिट्टी की सेहत सुधारने और फसलों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए देश के एक करोड़ किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। इन किसानों में बिहार के 336 किसान भी शामिल होंगे।
 

Bihar News : बजट जारी करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की घोषणा की है। मिट्टी की सेहत सुधारने और फसलों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए देश के एक करोड़ किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। इन किसानों में बिहार के 336 किसान भी शामिल होंगे। ये किसान अभी राज्य में प्राकृतिक खेती कर रहे हैं। इन किसानों को सर्टिफिकेशन और ब्रांडिंग के जरिए प्राकृतिक खेती से जोड़ा जाएगा और इससे परिचित कराया जाएगा। इसका क्रियान्वयन ग्राम पंचायत और वैज्ञानिक संस्थान के जरिए किया जाएगा। 

जरूरत के हिसाब से 10 हजार बायो इनपुट केंद्र स्थापित किए जाएंगे। किसान घर बैठे जीवामृत, बीजामृत, अमृतपानी बना सकेंगे। राज्य में 28 जिलों में कृषि विज्ञान केंद्र के जरिए प्राकृतिक खेती की जा रही है। इसके अलावा सभी केवीके में हर एकड़ में प्राकृतिक खेती पर शोध चल रहा है। इसके तहत किसान कई तरह की फसलों का उत्पादन कर रहे हैं।  अटारी के निदेशक अंजनी कुमार सिंह ने कहा कि प्राकृतिक खेती से मिट्टी की उर्वरता बढ़ेगी।

बिहार को मिलेंगे 12 हजार करोड़ रुपये से अधिक

पटना केंद्र सरकार का बजट और राज्य सरकार को अनुपूरक बजट में समग्र शिक्षा के लिए 18500 करोड़ रुपये मिलेंगे। जिसमें शिक्षकों का वेतन दिया जाएगा। इसके साथ ही बच्चों के मिड डे मील और अन्य कार्यों के लिए केंद्र सरकार से करीब 1200 करोड़ रुपये मिलेंगे। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने शिक्षा के लिए 1.25 लाख करोड़ रुपये से अधिक का बजट निर्धारित किया है। इसमें बिहार को 12 हजार करोड़ रुपये से अधिक मिलेंगे। इसके साथ ही अनुपूरक बजट में शिक्षा के लिए 8500 करोड़ रुपये निर्धारित किए गए हैं।